Meerut
इंडिया न्यूज़, मीरट (Uttar Pradesh)। उत्तर प्रदेश की प्रियंका शर्मा इन दिनों काफी चर्चा में हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि प्रियंका शर्मा उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की पहली महिला बस ड्राइवर हैं। प्रियंका का यहां तक का सफर काफी मुश्किल रहा है। यहां तक पहुंचने का प्रियंका का सफर बेहद दिल्चस्प और प्रेरनादायी है।
अधिक शराब पीने से हुई पति की मौत
अपने एक इंटरव्यू में प्रियंका शर्मा ने बताया कि उनकी शादी के बाद से ही उनके पति अधिक शराब पीने लगे थे। और उनकि इसी आदत ने उनकी जान ले ली। पति की मौत के बाद घर की सारी ज़िम्मेदारी उनके कंधों पर आ गई। दो बच्चों की परवरिश भी अब प्रियंका को ही करनी थी। जिसने उन्हें बाहर निकलने के लिए मजबूर कर दिया।
दो बच्चों की परवरिश की थी जिम्मेदारी
उन्होंने आगे कहा कि पति की मौत के बाद मेरे दोनों बच्चों की परवरिश की पूरी जिम्मेदारी मुझ पर थी। मैं बेहतर अवसर की तलाश में थी। जिसके लिए मैं दिल्ली पहुंची। मुझे शुरू में एक कारखाने में एक सहायक के रूप में नौकरी मिली। लेकिन बाद में मैंने ड्राइविंग की सोची। ड्राइविंग कोर्स के बाद मैं मुंबई चली गई। इसके बाद मैं काम के सिलसिले में बंगाल और असम भी गई।
मोदी-योगी को किया धन्यवाद
अपने इंटरव्यू के दौरान प्रियंका ने बताया कि साल 2020 में उन्हें पता चला कि उत्तर प्रदेश परिवहन निगम में महिला बस ड्राइवरों की ज़रूरत है। जिसका उन्होंने फॉर्म भरा, फिर ट्रेनिंग पास की और सितंबर में उनकी पोस्टिंग हो गई। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ का महिला ड्राइवरों को अपने पैरों पर खड़े होने का अवसर देने के लिए आभार भी व्यक्त किया।
यह भी पढ़ेंः Uttarakhand: नार्को टेस्ट कराने से पलटे आरोपी, अब 3 जनवरी को होगी सुनवाई