इंडिया न्यूज यूपी/यूके, गोरखपुर: गोरखनाथ मंदिर की सदियों से चली आ रही परम्परा का निर्वहन करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शारदीय नवरात्रि की अष्टमी यानी रविवार को वे गोरखपुर आ चुके हैं, अष्टमी की शाम निशा पूजा के साथ एक ही दिन पड़ने वाली नवमी और विजयादशमी को वे सुबह कन्यापूजन करेंगे।
गोरखनाथ मंदिर में सीएम योगी करेंगे पूजा
दोपहर बाद वे रथ पर सवार होकर गोरखनाथ मंदिर से वे रामलीला मैदान पहुंचेंगे, और भगवान श्रीराम का राजतिलक करेंगे। मुख्यमंत्री के दायित्व के निर्वहन के साथ ही वे गोरक्षपीठ की परम्परा के निर्वहन के लिए गोरखनाथ मंदिर रहते हैं। उनकी और शोभायात्रा की चाक-चौबंद सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए फ्लैग मार्च और ड्रोन से निगरानी हो रही है। जमीन से लेकर आसमान तक जिस तरह 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा रहती है, उसी तरह की सुरक्षा का इंतजाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए भी किया जाएगा।
नवरात्रि पर विशेष अनुष्ठान
गोरखनाथ मंदिर के कार्यालय सचिव द्वारिका तिवारी और भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष एमएलसी डा. धर्मेन्द्र सिंह ने बताया कि सदियों से नवरात्रि पर विशेष अनुष्ठान और पूजा-पाठ गोरक्षपीठ की परम्परा रही है। इसका निर्वहन गोरक्षपीठ के महंत के द्वारा किया जाता है. दो साल से कोविड की वजह से आयोजन धूमधाम के साथ नहीं हो सके हैं। ऐसे में इस बार भव्य रूप से आयोजन होगा।
सीएम रथ पर सवारो होकर पहुंचेंगे मानसरोवर मंदिर
4 अक्टूबर को नवमी और विजयादशमी एक ही दिन पड़ रही है। ऐसे में सुबह मुख्यमंत्री कन्या पूजन करेंगे। इसके बाद संतों-साधुओं के द्वारा तिलक का कार्यक्रम सम्पन्न होगा, और शास्त्रों का पूजन भी होगा, इसके बाद अपराह्न 4 बजे के करीब शोभयात्रा मंदिर से हर वर्ष की भांति निकलेगी। मुख्यमंत्री रथ पर सवार होकर मानसरोवर मंदिर पहुंचेंगे। यहां पर पूजा-पाठ और रुद्राभिषेक के बाद वे रामलीला मैदान पहुंचेंगे और वहां पर भगवान श्रीराम का राजतिलक करेंगे। इस बार नवरात्रि और विजयादशमी का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है |
विजयादशमी के दिन शोभायात्रा के ठीक पहले 3 बजे तिलक हाल में पारंपरिक तिलकोत्सव कार्यक्रम आयोजित होगा। गोरक्षपीठाधीश्वर, श्रद्धालुओं को आशीर्वाद प्रदान करेंगे। भजन कीर्तन का भी आयोजन किया जाएगा। गोरक्षपीठाधीश्वर पीठ से जुड़े योगी, महंत, पुजारी, पुरोहित मंगल पाठ के बीच तिलक का आशीर्वाद लेंगे। उसके बाद गृहस्थ शिष्य तिलक कर आशीर्वाद ग्रहण करेंगे।
गोरखनाथ मंदिर में विजयादशमी पर्व की शुरूआत शुक्रवार की सुबह 9 बजे श्रीनाथ जी (शिवावतारी गुरु गोरक्षनाथ) के विशिष्ठ पूजन से होगी। गोरक्षपीठाधीश्वर और मुख्यमंत्री मुख्य मंदिर में श्रीनाथ जी और सभी देवों का पूजन करेंगे। सभी को भोग लगाएंगे। उसके बाद हमेशा की तरह सीएम योगी आदित्यनाथ गोशाला जाएंगे। जहां गोसेवा कर गाय का पूजन करेंगे और उन्हें गुड़ और चना खिलाकर दुलार करेंगे। इसके बाद गोरक्षपीठाधीश्वर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पारण करेंगे |
गोरखनाथ मंदिर में विजयादशमी में होता है विशेष अनुष्ठान
हर साल गोरखनाथ मंदिर में विजयादशमी की रात पात्र पूजा का अनुष्ठान होता है। गोरक्षपीठाधीश्वर पात्र देवता के रूप में प्रतिष्ठित होते हैं। रात 9.30 बजे से शुरू होने वाले इस पूजन में पात्र देवता गोरक्षपीठाधीश्वर दंडाधिकारी की भूमिका में होते हैं। पूजन के बाद संतों-योगियों की अदालत लगती है, जिसमें नाथपंथ की परम्परा के अनुसार हर वर्ष विजयादशमी की रात गोरखनाथ मंदिर में पात्र देवता पीठाधीश्वर संतों के विवादों का निस्तारण करते हैं। गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ नाथपंथ की शीर्ष संस्था अखिल भारतवर्षीय अवधूत भेष बारह पंथ योगी महासभा के अध्यक्ष भी हैं। इसी पद पर वह दंडाधिकारी की भूमिका में होते हैं। गोरक्षपीठाधीश्वर संतो के आपसी विवाद सुलझाते हैं |
बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ एक अलग अंदाज में विजयदशमी के दिन नजर आते है, तकरीबन शाम 4 बजे सीएम योगी रथ पर सवार होकर मंदिर से रवाना होते है, इस दौरान करतब दिखाते आगे आगे हिन्दू संगठन के कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहते है, ये विजय जुलुस बुराई पर अच्छाई की प्रतीक मानी जाती है, जिसको लेकर सीएम मंदिर से निकल कर मानसरोवर मंदिर पहुचते है, जहा कभी प्रभु श्री राम अयोध्या जाते वक्त कुछ वक्त रुके थे, उसके बाद सीएम तकरीबन आधे घंटे पूजा अर्चना करने के बाद सीधे रामलीला मैदान पहुचते है, जहा प्रभु श्री राम माता जानकारी और लक्ष्मण का तिलक करते है।