Uttar Pradesh
इंडिया न्यूज, रामपुर (Uttar Pradesh) । उत्तर प्रदेश का जनपद रामपुर सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान विधायकी रद्द होने के बाद एक बार फिर उपचुनाव के मुहाने पर खड़ा नजर आ रहा है। उपचुनाव की तारीखों की घोषणा हो चुकी है और सियासी दलों की इस सीट को हासिल करने के लिए जुगलबंदी शुरू हो गयी है। लेकिन इन सबके बीच कुछ स्थानीय नेताओं ने इन उपचुनावों से तंग आ कर रामपुर का नाम बदल कर उपचुनाव नगर करने की मांग कर डाली है।
समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान अपनी परंपरागत सीट शहर विधानसभा से 10 बार विधायक चुने जा चुके हैं। हालांकि यह बात अलग है कि उनको उनके अपने पहले चुनाव 1977 में कांग्रेस के मंजूर अली खान उर्फ शन्नू खान से शिकस्त खानी पड़ी थी। लेकिन 1980 में हुए विधानसभा के आम चुनावों में उन्हें पहली बार इस सीट से विधायक चुने जाने मैं कामयाबी मिली और आगे भी उनकी जीत का यह सिलसिला लगातार जारी रहा।
फिर 1996 में एक बार फिर वक्त ने पलटी मारी और उनको राजनीतिक झटका लगा जिसका परिणाम यह हुआ कि कांग्रेस के अफरोज अली खान से उन्हें हार का स्वाद चखना पड़ा था। बावजूद इसके आजम खान इस गहरे झटके से उमरे और फिर उनकी इस जीत का कारवां वक्त के साथ-साथ आगे बढ़ता रहा हालांकि यह बात अलग है कि।अब उनकी सियासत की इस गाड़ी का पहिए को स्थानीय एमपी एमएलए अदालत ने 27 अक्टूबर को हेट स्पीच मामले में 3 साल की सजा सुनाए जाने के बाद रोक दिया है।
सपा नेता आजम खान अपनी विधायकी छोड़कर 2019 में लोकसभा का चुनाव लड़े और उन्होंने फिल्म अभिनेत्री जयप्रदा के मुकाबले यह चुनाव जीता भी। सांसद चुने जाने के बाद उनकी शहर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुए जिसमें उनकी पत्नी डॉ तंजीम फातिमा को स्थानीय जनता ने सर माथे पर बैठाकर चुनाव जिताया। अब एक बार फिर आजम खान की विधायक ही रद्द हो चुकी है और उनके 45 साल के लंबे सियासी सफर की गाड़ी के ब्रेक लग चुके हैं।
ऐसे में फिर से उनके ही किसी परिवार के सदस्य के चुनाव मैदान में उतरने की चर्चा जोरों शोरो पर चर्चा शुरू हो रही है। आम चुनाव के अलावा कई बार के चुनावों से जहां रामपुर की जनता उब चुकी है तो वहीं स्थानीय नेता भी अब रामपुर का नाम बदलकर उपचुनाव नगर रखने की मांग करने से या कहने से पीछे नहीं हट रहे हैं।
ताजा मामला आजम खान की सियासी दुश्मन रह चुकी पूर्व पालिका अध्यक्ष रेशमा अफरोज से जुड़ा है। जिन्होंने जहां आजम खान पर जुवानी हमला बोला है तो वहीं उपचुनाव को लेकर पूछे गए सवाल पर रामपुर का नाम बदल कर उपचुनावनगर रखने तक की सलाह दे डाली है। कुछ इसी तरह राष्ट्रीय लोक दल के जिलाध्यक्ष मोहम्मद उस्मान बबलू भी मुख्यमंत्री से रामपुर का नाम बदलकर उपचुनाव नगर रखने की मांग करते नजर आ रहे हैं।
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