Uttarakhand
इंडिया न्यूज, उत्तराखंड (Uttarakhand) । देश में स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 की शुरुआत की जा चुकी है। इस क्रम में अब निगम-निकायों का मूल्यांकन 7500 के बजाए 9500 अंकों के आधार पर होगा। वहीं अब उत्तराखंड सरकार ने निगम-निकायों में कूड़ा एकत्र करने वाले कर्मचारियों को निकायों से वर्दी और आईडी देने का फैसला किया है।
तैयारी में लगी उत्तराखंड सरकार
स्वच्छ सर्वेक्षण के अंकों में वृद्धि के लिए उत्तराखंड सरकार ने अपनी कमर कस ली है। अंक में बढ़ोत्तरी के लिए प्रदेश सरकार अलग-अलग तरीके अपना रही है। इस क्रम में सरकार ने आदेश दिया है कि सभी निकायों में कूड़ा एकत्र करने वालों (वेस्ट पिकर) को वर्दी और आईडी देनी होगी। इसके साथ ही प्रदेश में ऐसे कई रेड स्पॉट, जो गंदगी का कारण हैं। ऐसे रेड स्पॉट्स को हटाने की तैयारी की जा रही है। इन सब का प्रदेश को अलग से अंक मिलेगा।
चलेगा प्रशिक्षण कोर्स
स्वच्छ सर्वेक्षण की तैयारी के क्रम में प्रदेश सरकार द्वारा नगर निकाय कर्मचारियों को ऑनलाइन प्रशिक्षण कोर्स के द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। इस प्रशिक्षण में शहरी विकास मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध कोर्स के आधार पर कर्मचारियों को डिजिटल ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग का भी निकायों को अलग से अंक मिलेगा।
अवार्ड्स में चाहिए बढ़ोत्तरी
आपको ज्ञात होगा कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2016 में शुरुआत हुई थी। वहीं अब तक उत्तराखंड ने इस सर्वेक्षण में कूद 16 अवार्ड्स जीते हैं। वहीं उत्तराखंड सरकार के अनुसार उत्तराखंड को इससे ज्यादा अवार्ड मिल सकते थे। उत्तराखंड सरकार इन अवार्ड्स में बढ़ोत्तरी चाहती है। इसी के चलते उत्तराखंड सरकार ने विभाग को सफाई कार्यों को गंभीरता से लेने का निर्देश दिया है।
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