Uttarakhand: उत्तराखंड में भीषण पड़ रही है, जिसके चलते बीते एक सप्ताह से पहाड़ लगातार पारा चढ़ रहा है। ऐसे में बिजली की मांग में भी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। एक सप्ताह के भीतर बिजली की मांग 5 मिलियन यूनिट बढ़ गई है। जबकि, उपलब्धता मांग के सापेक्ष न हो पाने से कटौती भी शुरू हो गई है।
निगम बाजार से बिजली खरीद कर आपूर्ति के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन आने वाले दिनों में चुनौती और बढ़ने की आशंका है। उत्तराखंड में इस साल पहली बार हर दिन बिजली की मांग 43 मिलियन यूनिट के पार पहुंच गई है। जिसका कारण चढ़ता पारा है। भीषण गर्मी के चलते पंखे, कूलर व एसी का प्रयोग बढ़ने से बिजली खपत में इजाफा हुआ है।
वहीं जल विद्युत परियोजनाओं से अभी पर्याप्त उत्पादन नहीं होने के कारण अन्य स्रोत पर निर्भरता अधिक है। केंद्र से अतिरिक्त बिजली मिलने के बावजूद मांग के सापेक्ष उपलब्धता नहीं है। ऐसे में ग्रामीण और छोटे शहरों में कटौती की जा रही है। एक सप्ताह पूर्व जहां विद्युत मांग 38 मिलियन यूनिट के आसपास थी, वह अब 43 मिलियन यूनिट के पार पहुंच गई है। जिससे बिजली संकट की स्थिति पैदा हो सकती है।
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