India News(इंडिया न्यूज़), Uttarakhand News: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज उत्तर भारत के प्रसिद्ध सिख तीर्थ स्थल रीठा साहिब में लगने वाले जोड़ मेला का उद्घाटन किया। चंपावत जिले के रीठा साहिब गुरुद्वारा में हर साल लगता है। यह जोड़ मेला, चंपावत जिले की तलहटी में बहने वाली नदी के तट पर बने इस गुरुद्वारा का ऐतिहासिक महत्व है। गुरुद्वारा काफ़ी आकर्षक है, गुरु नानक देव जी ने यहां आकर तपस्या की थी। कई चमत्कार भी दिखाए थे। गुरुद्वारे में आज भी रीठे के पेड़ में एक तरफ कड़वे ओर एक तरफ की डाल में मीठे रीठे लगते है। जबकि रिसर्च के मुताबिक़ ठंडी जगह पर रीठा (शैंपू बनाने में काम आने वाला रीठा का पेड़) ठंडी भूमि पर नहीं पनपता है।
साथ ही रीठा के पेड़ से निकलने वाले फल बहुत कड़वे होते है। गुरु नानक देव जी ने अपने प्रवास के समय यहाँ इस पेड़ को अवतरित कर अपने शिष्यों को पेट भरने का आदेश दिया था। किवदंती के अनुसार यह पेड़ तभी से यहां लगा हुआ है। यहाँ दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को इसी रीठे के पेड़ का फल प्रसाद स्वरूप दिए जाता है। देश विदेश से यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं में इसी रीठे के प्रसाद का काफी आकर्षण रहता है। मेले में हर साल लाखों सिख श्रद्धालु दर्शन करने आते है। आज प्रसिद्ध तीर्थ स्थल रीठा साहिब गुरुद्वारा पहुंचे मुख्यमंत्री का स्थानीय लोगों एवं गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के सदस्यों ने जोर शोर से स्वागत सत्कार किया।
मुख्यमंत्री ने पहले गुरुद्वारा में माथा टेका और प्रदेशवासियों के लिए मंगल कामना की जिसके बाद मुख्यमंत्री ने गुरुद्वारा श्री रीठा साहिब में आयोजित होने वाले वार्षिक जोड़ मेले का शुभारंभ पूरे विधि विधान के साथ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों एवं सिख भाइयों को जोड़ मेला शुभारंभ की शुभकामनाएं दी। गुरुद्वारा डेरा कार सेवा उत्तर प्रदेश उत्तराखंड के प्रमुख बाबा तरसेम सिंह ने सीएम का स्वागत भी किया। किसान नेता सरदार राजपाल सिंह सहित हज़ारों लोगों ने आज रीठा साहिब गुरुद्वारा में माथा टेका।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी संगत सभा को संबोधित करते हुए रीठा साहिब के उत्थान के लिए उत्तराखंड सरकार द्वारा बनाए जा रहे प्लान का जिक्र किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही यहां तक आने वाले रास्तों का विस्तार और नवीनीकरण किया जाएगा। साथ ही यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं को हर तरह की सुविधा उपलब्ध हो सके। इसके लिए भी हम सोच विचार कर रहे हैं। माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी के संकल्प के साथ की हर धार्मिक स्थल को उसका पूर्ण सम्मान मिल सके के उद्देश्य के साथ हम काम कर रहे हैं। आप देखेंगे कि जल्द ही रीठा साहिब के साथ-साथ आसपास के अन्य सभी धार्मिक स्थलों के विकास के लिए बनाई गई योजनाएं मूर्त रूप लेने लगेंगी।
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