India News UP(इंडिया न्यूज ), Uttarakhand News: रूडकी में बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे अस्पतालों पर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बड़ी कार्रवाई करी है। टीम ने छापेमारी करते हुए दो अस्पतालों कैलाश नर्सिंग होम और जीवनदीप नर्सिंग होम को सील करने की कारवाई की है। इसके साथ ही चार अन्य अस्पताल माही अस्पताल,जच्चा बच्चा अस्पताल,डायमंड अस्पताल और अवि नर्सिंग होम पर पचास-पचास हजार का जुर्माना लगाया गया है। वहीं कार्रवाई के दौरान अन्य निजी अस्पताल संचालकों में हड़कंप मचा रहा।
रूड़की सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर संजय कंसल ने बताया कि पिछले लंबे समय से ये शिकायत मिल रही थी कि रूड़की में कई ऐसे अस्पताल हैं जो नियमो का पालन नही कर रहे हैं और मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। उनके द्वारा शुक्रवार को नगर के पाँच अस्पतालों में निरीक्षण कर लाइसेंस और चिकित्सकों के डिग्री आदि की जांच की गई थी जिसमें अस्पतालों द्वारा चिकित्सकों के कोई डिग्री आदि नही दिखाई। उन्होंने चौबीस घंटे समय दिया गया था।
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वहीं आज सुबह एक अस्पताल ने डिग्री और कुछ कागजात प्रस्तुत किए लेकिन अन्य कोई कागजात नही दिखा पाए। सीएमएस सनजय कंसल ने बताया कि इसके बाद आज तहसीलदार रेखा आर्य के नेतृत्व में इन अस्पतालों में फिर से छापेमारी की गई जहां पाया गया कि बिना डिग्री वाले चिकित्सक और स्टाफ के लोग मरीज का उपचार कर रहे हैं। इसके साथ ही महिलाओं की डिलीवरी और ऑपरेशन आदि भी उनके द्वारा किए गए हैं। ऐसे दो अस्पतालों जिसमें जीवनदीप नर्सिंग होम और कैलाश अस्पताल को सील किया गया है और मरीजों को सिविल अस्पताल में शिफ्ट किया गया है।
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इसके साथ ही चार अस्पतालों पर पचास पचास हजार का जुर्माना भी लगाया गया है। तहसीलदार रेखा आर्य ने बताया कि आगे भी कारवाई जारी रहेगी और लोगों की जान से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जायेगा। इन अस्पतालों में मरीजों का उपचार कर रहे चिकित्सक कोई डिग्री टीम को नही दिखा पाए ऐसे में उन्हें झोलाछाप कहा जाए तो गलत नहीं है।
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