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Uttarkashi Avalanche Update: अब तक 26 पर्वतारोहियों के शव निकाले, जानिए क्यों रेस्क्यू के बीच लैंड कराना पड़ा हेलिकॉप्टर

• LAST UPDATED : October 7, 2022

Uttarkashi Avalanche Update

इंडिया न्यूज, उत्तरकाशी (Uttarakhand)। उत्तराखंड के द्रौपदी का डांडा शिखर पर लापता हुए पर्वतारोहियों के 10 और शव शुक्रवार को बरामद हुए हैं। इससे पहले गुरुवार को 12 शव मिले थे। अब तक कुल पर्वतारोहियों 26 शव मिल चुके हैं। लेकिन आज द्रौपदी का डांडा में बर्फबारी हो रही है। इसके चलते रेस्क्यू को रोक दिया गया है।

उत्तरकाशी में सुबह 7 बजे हर्षिल आर्मी हेलीपैड से द्रौपदी का डांडा रेस्क्यू के लिए 2 चीता हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरी। हेलीकॉप्टर द्वारा शवों को मातली हेलीपैड लाने का प्रयास किया गया। लेकिन खराब मौसम होने के कारण शवों को हर्षित हेलीपैड पर उतारा गया है। जिन्हे उत्तरकाशी लाने की कोशिश की जा रही है।

जिन चार लोगों का शव हर्षिल हेलीपैड पर लाया गया है, उत्तरकाशी के जिला अस्पताल लाकर पोस्टमार्टम किया जाएगा।

हिमस्खलन में 61 लोग चपेट में आए थे Uttarkashi Avalanche

बीते मंगलवार को नेहरू पर्वतारोहण संस्थान की 61 लोगों की टीम हिमस्खलन की चपेट में आई थी। द्रौपदी का डांडा प्रशिक्षण में कुल 41 ट्रेनर-ट्रेनी थे, जिसमें ट्रेनी 34 और 7 ट्रेनर थे। जिसमें 25 ट्रेनी और 5 ट्रेनर कुल 30 सकुशल हैं, जबकि 27 ट्रेनर-ट्रेनी लापता हैं। इनमें से अब तक 26 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं।

गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग से माउंटेनर (हवास) की 14 सदस्यीय टीम मातली हेलीपैड पहुंची थी। इसके बाद सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। नेहरू इंस्टिट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग ने रेस्क्यू अभियान में हाथ खड़े कर दिए हैं। नेहरू इंस्टिट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग के पास सिर्फ ट्रेनिंग से लेकर ही संसाधन है, जिसके बाद रक्षा मंत्रालय से अनुरोध करने पर गुलमर्ग स्थित भारतीय सेना के वॉर फेयर स्कूल की मदद ली जा रही है।

डीएम बोले- तीन पर्वतारोहियों का अभी कोई सुराग नहीं

Uttarkashi Avalanche

उत्तरकाशी के जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने बताया कि वर्तमान समय में द्रौपदी का डांडा क्षेत्र में मौसम खराब बना हुआ है। जहां पर हेलीकॉप्टर नहीं पहुंच पा रहा है। हालांकि अभी भी मैनुअल सर्च ऑपरेशन चल रहा है और शवों की खोजबीन जारी है। तीन लापता पर्वतारोहियों का अभी भी कोई पता नहीं चल पाया है। जिनकी खोजबीन आर्मी की स्पेशल टीम कर रही है।

साथ ही जिन शवों को हर्षिल हेलीपैड पर लाया गया है, उत्तरकाशी के जिला अस्पताल लाकर पोस्टमार्टम किया जाएगा। इनमें दो लोकल महिला पर्वतारोही सविता कंसवाल और नवमी रावत हैं। अन्य पर्वतारोहियों की शिनाख्त नहीं हो सकी। जिला प्रशासन का कहना है कि जल्द ही शवों की शिनाख्त कर ली जाएगी। सविता और नवमी के परिवार वालों को सूचित कर दिया गया है। पोस्टमार्टम के बाद शवों को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया जाएगा।

सोशल मीडिया पर पर्वतारोहियों का एक वीडियो सामने आया है। दावा है कि वीडियो महिला पर्वतारोही ने बनाया है।

पर्वतारोहियों का सामने आया फुटेज

Uttarkashi Avalanche

सोशल मीडिया पर पर्वतारोहियों का एक वीडियो सामने आया है। दावा है कि वीडियो महिला पर्वतारोही ने बनाया है। उनके साथ पर्वतारोहियों का एक ग्रुप है। बर्फ के तूफान के बीच सभी एक जगह खड़े होकर खुद को बचाते नजर आ रहे हैं। कहा जा रहा है कि वो वीडियो उसी ग्रुप का है, जो पर्वतारोही लापता हैं।

 

“बारिश और बर्फबारी के कारण बार बार रेस्क्यू अभियान को रोकना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने गढ़वाल मंडल में ऑरेंज और कुमाऊं मंडल में रेड अलर्ट भारी बारिश का जारी किया है। जिसको देखते हुए वहां पर रेस्क्यू अभियान को फिलहाल रोका गया है। जैसे ही मौसम साफ होगा रेस्क्यू अभियान शुरू किया जाएगा । वर्तमान समय में सेना के तीन हेलीकॉप्टर रेस्क्यू अभियान रेकी के लिए लगाए गए हैं। जिसमे एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और गुलमर्ग की एक्सपर्ट टीम वहां पर रेस्क्यू अभियान कर रही है।” 

                                           -डॉ रंजीत सिन्हा, सचिव, आपदा प्रबंधन

 

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