Varanasi
इंडिया न्यूज, वाराणसी (Uttar Pradesh) । उत्तर प्रदेश के वाराणसी में शनिवार की सुबह बड़ा नाव हादसा नाव टल गया। केरल से आए 34 श्रद्धालुओं से भरी नाव गंगा नदी में पलट गई। नाव सवार श्रद्धालु डूबने लगे तो आसपास मौजूद नाविकों ने गंगा में छलांग लगा कर सभी को सुरक्षित बाहर निकाला। दो लोगों को कुछ दिक्कत महसूस हुई तो उन्हें कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल ले जाया गया है। वहीं, हादसे के बाद नाविक भाग निकला है। दशाश्वमेध थाने की पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
केरल से काशी आया है 40 यात्रियों का ग्रुप
पुलिस के अनुसार, एमवी एसएलएन मूर्ति और उनका ग्रुप वाराणसी आया हुआ है। सभी ईस्ट गोदावरी के रहने वाले हैं। ग्रुप में 40 लोग हैं। शनिवार की सुबह 34 लोग एक नाव पर सवार होकर केदार घाट से मणिकर्णिका घाट की तरफ नाव से जा रहे थे। सुबह करीब 07:10 पर नाव का पटरा नीचे से फट/टूट जाने के कारण नाव में पानी भरने लगा जिससे नाव में बैठे लोग घबरा गए। घाट के किनारे स्थित नाविकों व जल पुलिस के जवानों द्वारा तत्काल मौके पर जाकर के सभी लोगों को बचाया गया।
दो लोग पानी में डूब रहे थे। उन्हें भी निकालकर बचाया गया जिन्हें उपचार हेतु कबीर चौरा हॉस्पिटल भेजा गया है। उनकी पहचान पी आदिनारायण (61) व पी विजया (महिला) उम्र करीब 55 वर्ष है। पुलिस के अनुसार यह नाव अमित साहनी का थी, जो नाव डूबते ही नाव से कूद कर भाग गया, पुलिस अमित साहनी की तलाश कर रही है।
डीसीपी ने नाविकों को दी सख्त हिदायत
डीसीपी काशी जोन राम सेवक गौतम ने बताया कि नाव संचालनकर्ता की गलती से बड़ा हादसा होते होते रहा गया। नाव संचालन करता को नाव की जांच करने बाद यात्रियों को नव में बैठना चाहिए वही नौका संचालनकर्त पर अभियोग पंजीकृत कर दिया गया है। और दोनों यात्रियों को उपचार के लिए मण्डलीय चिकित्सालय भेज दिया गया है। जो खतरे से बाहर है। ऐसी गलती दोबारा न हो सभी नौका संचालन कर्ताओ को आदेशित किया गया है। नौका संचालन के पूर्व नाव की तकनीकी जाँच व सभी यात्रियों को लाइव जैकेट प्रदान करने के पश्चात ही नौका संचालन करे।
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