वाराणसी: सीएम योगी आज आध्यात्मिक राजधानी वाराणसी में रहे. सीएम योगी ने यहां पर ‘एमवी गंगा विलास’ रवानगी के कार्यक्रम और टेंट सिटी के उद्घाटन में मौजूद रहे. सीएम ने यहां पर लोगों को संबोधित किया और कई अपनी बातों को रखा.
सीएम योगी ने कहा कि “दुनिया की सबसे प्राचीन नगरी काशी दुनिया की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक राजधानी के रूप में विख्यात है. प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में काशी अपनी विरासत को संरक्षित रखते हुए वैश्विक मानचित्र पर उभरी है. आज का दिन काशी के साथ ही बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और असम के लिए भी बहुत ऐतिहासिक है.”
देश की सांस्कृतिक राजधानी काशी कल से एक नए युग की ओर प्रस्थान करने जा रही है… pic.twitter.com/8zvLHrIWvV
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 12, 2023
आपको बता दें कि पीएम मोदी ने दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया. पीएम मोदी इस कार्यक्रम में वर्चुअली जुड़े थे. वही सीएम ने इस कार्यक्रम को स्वालंबन से जोड़कर बताया. सीएम योगी ने कहा कि “उत्तर प्रदेश को हमेशा इस बात की चाह रहती थी कि जमीन से घिरा राज्य होने के कारण हमारे कृषि और एमएसएमई के उत्पादों को अन्तरराष्ट्रीय बाजारों में भेजना महंगा पड़ता था.
उन्होंने कहा कि व्यापारी सदैव इसे लेकर परेशान रहते थे. विगत तीन वर्ष के अंदर पूर्वी बंदरगाह से काशी को जोड़ने का जो कार्य हुआ है, उसके लिए उत्तर प्रदेश प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करता है.”
2019 के माघ मेले को लेकर सीएम ने कही ये बात
मुख्यमंत्री सीएम योगी ने कहा कि “2019 में प्रयागराज कुंभ की सफलता नमामि गंगा की सफलता की कहानी का प्रत्यक्ष प्रमाण है. काशी और गंगा के रिश्ते को जोड़ते हुए सीएम ने कहा कि गंगा के साथ अपनी आजीविका को जोड़ने वाले काशी के 1,600 से ज्यादा नाविकों के जीवन में परिवर्तन आया है.
सीएम ने कहा कि सरकार ने नावों को सीएनजी से जोड़ने का काम किया. यहां का हर नाविक एक ही सीजन में पूरे साल की कमाई कर रहा है. ये नमामि गंगा परियोजना की सफलता तो है ही, साथ ही नाविकों के स्वावलंबन को भी दर्शाता है.”
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