इंडिया न्यूज, lucknow: world hypertension day : आज विश्व हाइपरटेंशन दिवस है। इस दिन लोगों को उच्च रक्तचाप को लेकर जागरूक किया जाता है और बताया जाता है कि यह कितना खतरनाक है और इससे कैसे बचा जा सकता है।
हाइपरटेंशन को हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप) भी कहा जाता है। ये अक्सर एक गतिहीन जीवन शैली, मोटापा, तनाव को नजरअंदाज करने और खराब व अस्वस्थ खानपान का परिणाम होता है। 25 वर्ष की आयु के बाद लोगों को नियमित अंतराल पर अपना ब्लड प्रेशर जांच कराना चाहिए। लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 17 मई को विश्व हाइपरटेंशन दिवस के रूप में मनाया जाता है।
वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रवीण प्रधान का कहना है कि अगर हम संतुलित आहार ग्रहण करते हैं और स्वस्थ जीवन शैली अपनाते हैं तो निश्चित रूप से उच्च रक्तचाप की बीमारी से बच सकते हैं। उन्होंने के कहा कि हाइपरटेंशन की बीमारी साइलेंट किलर है।
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रवीण प्रधान का कहना है कि Ñउच्च रक्तचाप एक ऐसी अवस्था है जिससे हार्ट अटैक, हार्ट स्ट्रोक, मनोभ्रंश, क्रोनिक किडनी डिजीज और दृष्टि हानि जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। अधिकतर मामलों में पीड़ित मरीज को बीमारी के शुरूआती चरणों का पता ही नहीं चलता जिससे यह क्रॉनिक रूप ले लेता है और अंत में यह जानलेवा बन जाता है।
सरदर्द होना, ज्यादा तनाव, सीने में दर्द या भारीपन, सांस लेने में परेशानी, अचानक घबराहट, समझने या बोलने में कठिनाई, चेहरे, बांह या पैरों में अचानक सुन्नपन, झुनझुनी या कमजोरी महसूस होना या धुंधला दिखाई देना है।
यह भी पढ़ेंः ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे की रिपोर्ट तैयार नहीं, विशेष अधिवक्ता आयुक्त ने कोर्ट में दी जानकारी
यह भी पढ़ेंः ज्ञानवापी मस्जिद में ‘शिवलिंग’ मिलने पर सील हुआ ‘वजुखाना’