Varanasi
इंडिया न्यूज, वाराणसी (Uttar Pradesh): काशी हिंदू विश्वविद्यालय में एक ऐसा शोध कार्य हुआ है, जो अपने आप में अनूठा है। भोजपुरी अध्ययन केंद्र के तहत शोध करने वाले छात्र धीरज कुमार गुप्ता ने ‘भोजपुरी पत्रकारिता का उदभव और विकास-एक अध्ययन’ विषय पर अपना पूरा शोध प्रबंध भोजपुरी भाषा में ही लिखा है। यह देश का पहला ऐसा केंद्रीय विश्वविद्यालय हैं, जहां भोजपुरी पत्रकारिता विषय पर पूरा शोध प्रबंध भोजपुरी भाषा में ही लिखा गया है।
प्रो. श्रीप्रकाश शुक्ल ने कहा कि भोजपुरी अध्ययन केंद्र के तहत शोध करने वाले धीरज ऐसे पहले शोध छात्र हैं, जिन्होंने अपना पूरा शोध प्रबंध भोजपुरी भाषा में लिखा है। 30 दिसंबर को धीरज ने अपना शोध प्रबंध जमा कर दिया है। अब कुछ औपचारिकताओं के पूरा होने के बाद उसे उपाधि का इंतजार है। भोजपुरी पत्रकारिता विषय पर भोजपुरी भाषा में शोध प्रबंध लिखा जाना न केवल केंद्र के लिए बल्कि भोजपुरी समाज के लिए गौरव का विषय है।
पिता को समर्पित किया शोध प्रबंध
2019 में पिता के निधन के बाद भी उन्होंने घर-परिवार की जिम्मेदारी के साथ ही भोजपुरी भाषा में शोध प्रबंध लिखने का सिलसिला जारी रखा। पिताजी राजेंद्र प्रसाद का सपना था, कि मैं अपना शोध प्रबंध भोजपुरी भाषा में ही पूरा करूं। दुर्भाग्यवश वह हमारे बीच नहीं हैं। लेकिन उनकी प्रेरणा, आशीर्वाद से मैंने ऐसा कर दिखाया। पूरा शोध प्रबंध पिताजी को समर्पित है।
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