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Yogi 2.0: पूरे साल पश्चिमी यूपी में अपराधियों पर तगड़ा एक्शन, एक अरब 63 करोड़ की संपत्ति कुर्क

• LAST UPDATED : December 28, 2022

Yogi 2.0

इंडिया न्यूज, मेरठ (Uttar Pradesh)। यूपी सरकार 2.0 में अपराधी और माफियाओं के खिलाफ जमकर कार्रवाई हो रही है। लेकिन सबसे ज्यादा कार्रवाई की अगर बात करें तो पश्चिम उत्तर प्रदेश के मेरठ रेंज में हुई है। जहां साल 2022 में योगी सरकार 2.0 के दौरान अपराधियों और माफियाओं की करीब एक अरब 63 करोड़ की संपत्ति कुर्की जा चुकी है। इतना ही नहीं रेंज के तीन बड़े माफियाओं की करीब 7करोड़ 25 लाख की प्रॉपर्टी को बाबा के बुलडोजर ने निस्तेनाबूत कर दिया है।

पेश है माफिया और अपराधियों पर सबसे बड़ी कार्रवाई…

प्रदेश में योगी राज कायम होने से पहले पश्चिम उत्तर प्रदेश में अपराधियों माफियाओं और संगठित अपराध करने वालों का बोलबाला था। लेकिन 2017 के बाद पश्चिमी प्रदेश में संगठित अपराध लगभग समाप्त हो गए। अपरहण और फिरौती का धंधा बंद हो गया। इतना ही नहीं अपराधियों और माफियाओं ने एनकाउंटर के डर से खुद ही सरेंडर करना शुरू कर दिया। वहीं बात करें अगर कार्रवाई की तो वर्ष 2022 में योगी सरकार बाबा का बुलडोजर और भी तेज गरज रहा है। दिल्ली से सटे एनसीआर का एक बड़ा हिस्सा मेरठ रेंज में आता है। जहां अपराध और अपराधियों के खात्मे को लेकर बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया।

मेरठ, बागपत ,हापुड़, बुलंदशहर, की बात करें तो उत्तर प्रदेश में दोबारा योगी राज कायम होने के बाद अब तक माफियाओं की एक अरब 62 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति कुर्की जा चुकी है। इसके अलावा पश्चिम उत्तर प्रदेश के बड़े माफियाओं को चिन्हित करके उनकी और उनकी गिरोह से जुड़े दूसरे लोगों की करीब 7.25 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति पर सरकारी बुलडोजर चल चुका है। जिन पर कार्रवाई हुई उनमें सबसे बड़े नाम बदन सिंह बद्दो, अंतरराष्ट्रीय गौ तस्कर अकबर बंजारा, वाहन माफिया गला और ड्रग्स माफिया तस्लीम का है।

किस जिले में कितनी संपत्ति माफियाओं की कुर्की हुई

जिला            कुर्की गई प्रॉपर्टी

मेरठ           10 128 करोड़

बुलंदशहर      26 11.33 करोड़

बागपत         46 7.7 करोड़

हापुड़          14 15.82 करोड़

इनके अलावा मेरठ में 2 माफियाओं की करीब 5 करोड़ 25 लाख की प्रॉपर्टी पर बाबा का बुलडोजर चल चुका है।

पश्चिम उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा कलंक मेरठ के सोतीगंज का था। मेरठ के इस सोतीगंज में पिछले करीब 3 दशकों से चोरी के वाहनों का काला कारोबार चल रहा था। जिसे योगीराज में जड़ से खत्म कर दिया गया। इतना ही नहीं पुलिस ने सोतीगंज पर सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए 70 से ज्यादा कुख्यात वाहन चोर और वाहन माफियाओं को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। वाहन माफियाओं की करोड़ों की संपत्ति कुर्क कर ली गई। योगी सरकार 2.0 में अपराधियों में खौफ इस कदर रहा कि उन्होंने अपने धंधे बदल लिए। कल तक जो दुकाने चोरी के वाहनों के सामान से भरी रहती थी। आज उनमें कपड़े और राशन का सामान बिक रहा है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मामले में योगी सरकार और मेरठ पुलिस की तारीफ की।

उत्तर प्रदेश में सरकारे पहले भी बनी और प्रदेश भी चला। लेकिन नेताओं और अपराधियों की गठजोड़ में उत्तर प्रदेश में अपराधराज कायम कर दिया था। लेकिन अब उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने का बीड़ा योगी सरकार ने उठाया है। योगी सरकार 2.0 में अपराधियों की आर्थिक कमर तोड़ने पर शासन का फोकस है। ताकि जरायम की दुनिया चलाने वाले या तो प्रदेश से बाहर चले जाएं या फिर अपराध की दुनिया से किनारा कर ले। क्योंकि बाबा किसी को बख्शने के मूड में नहीं है।

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