इंडिया न्यूज, कानपुर:
zika virus Check with symptoms कुछ समय से कानपुर समेत उत्तर प्रदेश के कई जिलों में जीका वायरस के केस मिल रहे हैं। यूपी में सबसे पहले कानपुर शहर में जीका वायरस ने दस्तक दी थी। इसके बाद कन्नौज, लखनऊ और फिर उन्नाव में इसके मामले सामने आए थे। सिर्फ कानपुर की बात करें तो अब तक यहां पर कुल 139 सक्रिय केस हैं ,जिसमें से 123 मरीजों की पुन: कराई गई जांच रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है।
अब यहां जीका के मात्र 16 सक्रिय केस ही बचे हैं। कोरोना के बाद सामने आए इस घातक वायरस के साथ जंग लड़ने के लिए हमे इसके लक्षण की करनी होगी। यह स्वास्थ्य के नजरिए से बेहद जरूरी है।
जीका वायरस का पहला केस युगांडा में मिला था इस घातक संक्रमण का प्रथम केस सबसे पहले अफ्रीका के पूर्वी-मध्य क्षेत्र के युगांडा के जंगल में अप्रैल 1947 में बंदरों की प्रजाति रीसस मकाक में पाया गया था। काफी शोध और रिसर्च के बाद वर्ष 1952 में इसका नाम जीका रखा, क्योंकि युगांडा के जीका फारेस्ट में वायरस पाया गया था।
भारत में सर्वप्रथम जयपुर में जीका का मामला सामने आया था। जयपुर में इसके 22 संक्रमित मिले थे। स्वास्थ्य विभाग के पूर्व महामारी वैज्ञानिक एवं पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डा. देव सिंह ने बताया कि सितंबर 2018 को राजस्थान के जयपुर में जीका पहला मामला सामने आए थे, इसमें 22 लोग संक्रमित पाए गए थे। उसके बाद से केरल, तामिलनाडु, कर्नाटक और पूर्वोत्तर राज्यों में भी जीका संक्रमण के मामले पाए गए हैं।
बुखार महसूस होता है, शरीर में रैशेज पड़ते हैं, जोड़ों में दर्द, मांसपेशियों में दर्द , सिरदर्द
इस तरह फैलता है जीका वायरस zika virus in up Check with symptoms
मच्छर के काटने से फैलता है, किसी गर्भवती महिला से उसके भ्रूण तक पहुंच सकता है। यौन संबंधों के जरिए, ब्लड ट्रांसफ्यूजन से भी फैल सकता है।
पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें
सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें
टायलेट सीट ढक कर रखें
घर में आस-पास सफाई रखें
असुरक्षित यौन संपर्क बनाने से बचें
राहत न मिलने पर तुरंत डाक्टर से संपर्क करें