India News(इंडिया न्यूज), Crime: मध्य यूरोपीय देश चेक गणराज्य के पैराग्वे स्थित यूनिवर्सिटी में एक शख्स ने खून की नदियां बहा दीं। उसने अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हो गए। हैरानी की बात ये है कि इस वारदात को अंजाम देने से पहले उसने अपने पिता की जान ले ली। यूनिवर्सिटी में गोलीबारी के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और कई लोगों की जान बचाई। हमलावर की पहचान डेविड कोज़ाक के रूप में हुई है।
शूटिंग चार्ल्स यूनिवर्सिटी के कला संकाय में हुई, जहां पास में ही 14वीं सदी का चार्ल्स ब्रिज भी स्थित है। पराग्वे पुलिस प्रमुख मार्टिन वोंद्रसेक ने कहा कि गोलीबारी में 15 से अधिक लोग मारे गए और कम से कम 24 घायल हो गए। शुरुआती जांच में पता चला है कि 9 लोग गंभीर रूप से घायल हैं और उनकी हालत बेहद गंभीर है। पुलिस ने बताया कि पराग्वे के पश्चिमी ह्यूस्टन में पिता का शव मिलने के बाद हमलावर की तलाश की जा रही थी।
चार्ल्स ब्रिज यहां से 21 किलोमीटर की दूरी पर है, जहां पुलिस के मुताबिक हमलावर अपने घर से यह कहकर निकला था कि वह आत्महत्या कर लेगा। घटना वैश्विक समयानुसार दोपहर 1.59 बजे हुई, जहां पुलिस टीम 12 मिनट के भीतर मौके पर पहुंच गई। सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में देखा जा सकता है कि गोलीबारी के कारण लोग अपनी जान बचाने के लिए यूनिवर्सिटी बिल्डिंग से कूद रहे हैं। वे बिल्डिंग की छत पर छुपे हुए हैं और दीवारों के सहारे हमलावर से बचने की कोशिश कर रहे हैं। उसने लंबी दूरी की बंदूक से हमला किया।
इसके बाद पुलिस ने इलाके को घेर लिया और हमलावर को मार गिराया। पुलिस के मुताबिक, हमले के डेढ़ घंटे बाद दोपहर 2.20 बजे तक पुलिस ने हमलावर को गोली मारकर हिंसा पर काबू पा लिया। पुलिस ने हमलावर के बारे में ज़्यादा जानकारी साझा नहीं की है लेकिन कहा है कि वह रूस में हुए ऐसे ही हमलों से प्रेरित था। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि अब कोई ख़तरा नहीं है और गोलीबारी में मारे गए लोगों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।
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