होम / UP Crime: देर शाम हिज्बुल मुजाहिदीन के संदिग्ध आतंकी की गिरफ्तारी के बाद बोली बहन- बेकसूर है मेरा भाई

UP Crime: देर शाम हिज्बुल मुजाहिदीन के संदिग्ध आतंकी की गिरफ्तारी के बाद बोली बहन- बेकसूर है मेरा भाई

• LAST UPDATED : August 4, 2023
India News (इंडिया न्यूज़), UP Crime: यूपी ATS ने हिज्बुल मुजाहिदीन के एक संदिग्ध आतंकी को मुरादाबाद से कल देर शाम गिरफ्तार कर लिया है। आतंकी की पहचान अहमद रजा के रूप में हुई है। मिली जानकारी के मुताबिक, अहम रज़ा हिजबुल मुजाहिदीन के कैंप में जाकर ट्रेनिंग लेने की फिराक में था, लेकिन यूपी ATS की टीमें लगातार अहमद रजा पर नजर रख रही थीं।

भारत में बड़ी आतंकी घटना की प्लानिंग

बता दें कि यूपी एटीएस की सहारनपुर यूनिट ने अहमद रजा को अरेस्ट किया है। जानकारी के मुताबिक अहमद रजा उर्फ शाहरुख हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकियों और पाकिस्तान के हैंडलर्स के सीधे संपर्क में था। वह पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान जाकर आतंकी कमांडो से ट्रेनिंग लेकर भारत में बड़ी आतंकी घटना की प्लानिंग कर रहा था। अहमद रजा के मोबाइल फोन से कई जिहादी वीडियो मिले हैं, इसके साथ ही उसके मोबाइल से कई संदिग्ध नंबरों से बातचीत के इनपुट मिले हैं।
अहमद रजा हिज्बुल मुजाहिदीन की पीर पंजाल तंजीम के सदस्य फिरदौस के संपर्क में था। वह भारत में शरिया लागू करना अपनी जिंदगी का मकसद मानता था। फिरदौस ने ही अहमद राजा को हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल होने की शपथ दिलाई थी।

रजा अफगानिस्तान जाकर कमांडो बनना चाहता

एटीएस के मुताबिक हैंडलर फिरदौस के कहने पर अहमद रजा 2 बार श्रीनगर के अनंतनाग में हथियारों की ट्रेनिंग लेने गया था। सूत्रों के मुताबिक रजा एहसान गाजी की मदद से अफगानिस्तान जाकर कमांडो बनना चाहता था। अहमद राजा से पूछताछ के बाद हिज्बुल मुजाहिदीन की पीर पंजाल तंजीम के फिरदौस की शिनाख्त हुई है। मुरादाबाद में अहमद रजा के परिवार का कहना है कि 1 अगस्त को अहमद रजा पास के गांव करनपुर कपड़े लेने के लिए गया था जहां से एटीएस वालों ने उसे गिरफ्तार कर लिया और घर आकर एटीएस ने तलाशी ली। घरवालों के पहचान पत्र एटीएस वाले अपने साथ ले गए।

अहमद बेकसूर है और उसे झूठे केस में फंसाया जा रहा

वहीं, परिवार वालों का कहना है कि 2020 में अहमद रजा ने अपनी मर्जी से मध्यप्रदेश के रतलाम की एक महिला से शादी कर ली थी, जिसकी वजह से पिता ने नाराज होकर अहमद रजा को अपनी संपत्ति से बेदखल कर दिया था। अहमद रजा गांव में ही मदरसे में पढ़ा है और कुछ दिन के लिए वह जयपुर इमामत करने गया था। परिवार वालों का कहना है कि अहमद रजा बेकसूर है और उसे झूठे केस में फँसाया गया है।
ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
mail logo

Subscribe to receive the day's headlines from India News straight in your inbox