India News (इंडिया न्यूज़),Barabanki News: बाराबंकी में गोंडा जिले के रहने वाले एक अधिवक्ता की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई। अधिवक्ता ने गोंडा जिले में इंस्पेक्टर समेत सात पुलिसकर्मियों पर डकैती का मुकदमा दर्ज करवाया था। वकील के भाई का कहना है कि गोंडा जिले में विपक्षियों से मिलकर स्थानीय पुलिस हम लोगों को बिना वजह परेशान कर रही थी। विपक्षियों से मिलकर पुलिसकर्मियों ने हम लोगों को काफी मारा पीटा था और जेल भेज दिया था। इस दौरान वह हमारे घर का सामान भी लूट ले गए थे। जेल से छूटने के बाद हमारे भाई ने काफी पैरवी की और इंस्पेक्टर समेत सात पुलिसकर्मियों पर डकैती सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाया था। इसी के चलते इन पुलिसकर्मी और विपक्षियों ने मिलकर हमारे भाई की हत्या करवा दी है। बाराबंकी पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रही है।
बता दें कि पूर्व कर्नलगंज कोतवाल के साथ सात पुलिसकर्मियों पर डकैती सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराने वाले अधिवक्ता जय प्रकाश की सड़क दुर्घटना में दर्दनाक मौत हो गई। यह दुर्घटना बाराबंकी जिले के मसौली थानाक्षेत्र के पास गोंडा-बहराइच राजमार्ग पर हुई। घटना की सूचना मिलते ही पूरे गांव में मातम छा गया। वहीं परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल रहा। गोंडा के कर्नलगंज कोतवाली क्षेत्र में कैथोली निवासी जय प्रकाश पुत्र मुन्ना लखनऊ हाईकोर्ट में अधिवक्ता थे। पड़ोसी से इनका जमीनी विवाद चल रहा था। इस मामले में एक बार दीवानी से स्टे भी हुआ था। बाद में पैरवी न होने के कारण विपक्ष का स्थगन आदेश खारिज हो गया। अधिवक्ता एसडीएम के आदेश से अपने मकान का निर्माण करने लगा। जानकारी के मुताबिक इस आदेश में एसडीएम कर्नलगंज ने विवादित परिसर छोड़कर निर्माण कराने के आदेश दिए थे। इसी मामले को लेकर अधिवक्ता के पड़ोसी ने पुलिस में शिकायत की थी। शिकायत के मद्देनजर मौके का मुआयना करने कर्नलगंज कोतवाल और भभुआ चौकी इंचार्ज अपने दल बल के साथ गए थे।
अधिवक्ता का आरोप था कि भभुआ चौकी इंचार्ज और कोतवाल 50 हजार रुपए की मांग कर रहे थे। न देने पर परिवार और उनके साथ पुलिसकर्मियों ने मारपीट की। घर में छत डालने के लिए रखे पैसे उठा ले गए। साथ ही मुकदमा दर्ज कर वकील और उसके साथी को जेल भेज दिया। इस पूरे प्रकरण को लेकर वकील ने मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी। आयोग ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कोतवाल सहित सात पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। आयोग के निर्देश पर कटरा थाने में मुकदमा पंजीकृत किया गया था। मामला पुलिस से जुड़ा होने की वजह से इसकी तेजी से विवेचना हुई और मुकदमा विवेचना के दौरान फर्जी कहकर स्पंज कर दिया गया।
वकील जय प्रकाश यादव रोज की तरह अपनी बाइक से सोमवार की सुबह घर से निकले थे। घर से लखनऊ जाते समय बाराबंकी जिले के मसौली थाना क्षेत्र के पास सड़क दुर्घटना में उनकी मौत हो गई। बताया जाता है कि सामने से आ रहे एक ट्रक ने उन्हें ठोकर मार दिया। ठोकर मारने के बाद वाहन मौके से फरार हो गया। इस संबंध में मसौली थाने के एसआई अजोर मिश्रा ने बताया कि अधिवक्ता हाईवे पर नहर पुल पर के पास दुर्घटना के शिकार हुए और मौत हो गई। आसपास के लोगों ने बताया कि ट्रक ने ठोकर मार दिया था। फिलहाल ट्रक ड्राइवर फरार है। अधिवक्ता की बाइक थाने पर रखवा दी गई है। अन्य विधिक कार्रवाई की जा रही है। वहीं मृतक के परिजनों और साथी अधिवक्ताओं ने विवाद के चलते पुलिसकर्मी और विपक्षियों पर हत्या का आरोप लगाया है।