India News(इंडिया न्यूज़),Basti News: प्राइवेट अस्पताल में इंसानियत की हत्या की गई। पहले तो अस्पताल के इलाज में लापरवाही के चलते गर्भवती महिला और 6 महीने के शिशु की मौत हुई। उसके बाद मरे शव को जिंदा दिखा अस्पताल ऐंठता रुपया रहा।कुछ साल पहले बॉलीवुड मूवी आई थी जिसका नाम गब्बर था। उस फिल्म में एक अस्पताल की करतूत दिखाई गई थी। फिल्म में यह दिखाया गया था कि कैसे एक मरे हुए व्यक्ति का प्राइवेट अस्पताल ने इलाज करने के नाम पर परिवार वालों से लाखों रुपए ऐंठते रहे, जबकि उसकी मौत पहले ही हो चुकी थी।
ठीक इसी बॉलीवुड फिल्म की तरह उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में एक ऐसे ही अस्पताल की इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली करतूत सामने आई है। जहां पर एक गर्भवती और उसके पेट में पल रहे 6 माह के शिशु को ना सिर्फ मारा गया बल्कि मरने के बाद भी गर्भवती महिला के परिजनों से इलाज के नाम पर हजारों रुपए ऐंठते रहे। इतना होने के बाद भी अस्पताल प्रबंधन का दिल नहीं पसीजा और रुपए अपने के लिए मरीज के परिजनों को रुपए ना देने की एवज में बंधक भी बना दिया लेकिन जब परिवार वाले हंगामा काटने लगे तो अस्पताल प्रशासन बैकफुट पर आया और परिजनों को यह कहकर भगाने लगे कि आप जल्दी से गोरखपुर मेडिकल कॉलेज अपने रोगी को लेकर जाइए।
इतना ही नहीं अस्पताल प्रशासन ने एंबुलेंस भी बुलवा लिया और प्रसूता को एंबुलेंस पर चढ़ा दे दिया लेकिन परिवार वालों ने जब प्रसूता के मुंह से आता गाज देखा तो उन्होंने स्वयं इसकी जांच की तो परिवार के पैरों तले जमीन ही खिसक गई और पता चला कि प्रसूता की मौत हो चुकी है। जिसके बाद परिजन रोने भी लिखने लगे और शव को साथ चिपक कर रोने लगे परिजनों का साफ आरोप है कि अस्पताल प्रशासन पहले तो पैसे आए थे और जब पैसा नहीं दे पाए तो उन्हें बंधक भी बना लिया गया जबकि उनके रोगी की मौत पहले ही हो चुकी थी अपनी इस कमी को छुपाने के लिए आनन-फानन में अस्पताल वालों ने एंबुलेंस बुलवाया और अपने मरीज को जल्द से जल्द गोरखपुर ले जाने की सलाह दी ताकि उनके ऊपर यह दाग न लगे की प्रसूता की मौत उनके ही अस्पताल में हुई है और वह बाद में कह सकते कि गोरखपुर ले जाते समय प्रसूता की मृत्यु हुई है।