पीलीभीत: जनपद में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने पुलिस की लापरवाही को फिर एक बार सिद्ध किया है। जनपद के पूरनपुर पुलिस की लापरवाही से महिला की जान चली गई। अगर पुलिस महिला की शिकायत पर सचेत होती तो संभव है कि बुजुर्ग महिला की जान बचाई जा सकती थी।
दरअसल पूरनपुर निवासी महिला के पति दिनेश की 10 माह पहले ही उसके ससुर ने जमीन की खातिर हत्या कर दी थी। पीड़ित ने पुलिस से शिकायत की थी पर गांव के लोगों के समझाने पर कोई कार्रवाई नहीं की। उसके बाद महिला को ससुराल पक्ष के लोग घर में भी नहीं रख रहे थे। महिला काफी समय तक अपने मायके में रही लोगों के समझाने के बाद ससुराल पक्ष के लोग महिला और बच्चों को घर ले आये। जिस पर ₹1000 महीना खर्च देने की बात कही गई थी।
आरोप है कि महिला के पति की मौत के 3 माह बाद उसकी बाइक भी बेच दी थी महिला ने इस संबंध में भी कोतवाली पुलिस से शिकायत की थी पर मामले को पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया। वहीं आरोप लगा है कि दो माह से पीड़ित महिला को ससुर खर्च भी नहीं दे रहा था जो गांव के लोगों ने तय कराया था। पीड़ित महिला ने इस संबंध में भी कोतवाली शिकायत की थी।
आरोप है ससुराल के लोगों ने मिलकर (जिसमे महिला के ससुर और सास शामिल हैं) छोटेलाल ससुर कृष्णा देवी सास और सुखलाल देवर सरिता देवी देवरानी ने मिलकर विधवा महिला की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी और आरोपी ससुर कुल्हाड़ी लेकर मौके से फरार हो गया।
बताया जा रहा है कि महिला पर तीन बार कुल्हाड़ी से हमला किया गया समय रहते अगर पुलिस मामले को गंभीरता से लेकर कार्रवाई करती तो आज महिला की जान बच सकती थी। पुलिस की लापरवाही के चलते विधवा महिला की निर्मम हत्या कर दी गई और तीन मासूम, हर्षित उम्र 10 साल सुनैना उम्र 7 साल और रोहित 5 साल तीनों बच्चों के सर से माता-पिता का साया उठ गया।
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