India News(इंडिया न्यूज़), चमोली “Hemkund Sahib Yatra ”: हेमकुंड साहिब को लेकर जल्द ही सरकार हेली सेवा शुरु करने जा रही है। इसके साथ ही इस बार हेली सेवा का किराया नहीं बढ़ाया गया है। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण द्वारा पिछले साल की तरह इस वर्ष भी गोविंदघाट से घांघरिया तक हेलिकॉप्टर का दोनों तरफ का किराया 5950 रुपये प्रति यात्री निर्धारित किया है। इसके साथ ही डीजीसीए की अनुमति के बाद जल्द ही हेली सेवा का संचालन शुरू किया जाएगा।
बता दें, यूकाडा की ओर से हेमकुंड साहिब हेली सेवा के लिए दो बार टेंडर आमंत्रित किए गए है। जिसके चलते एक ही कंपनी की ओर से आवेदन किया गया। यूकाडा ने पिछले साल के किराये पर कंपनी को हेली सेवा संचालन का काम दिया है। वहीं, अपर सचिव एवं यूकाडा के सीईओ सी. रविशंकर ने बताया कि जल्द ही हेमकुंड साहिब के लिए भी हेली सेवा शुरू कर दी जाएगी। लेकिन किराये में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई। कंपनी को पिछले साल के किराये दरों पर हेली सेवा संचालन का काम दिया गया है।
सिखों के पवित्र तीर्थ स्थल श्री हेमकुंट साहिब के कपाट शनिवार को विधि-विधान के साथ खोल दिए गए थे। सिखों के पवित्रधाम हेमकुंड साहिब के कपाट शुक्रवार सुबह पंज प्यारों की अगुवाई में पवित्र निशान के साथ गोविंदघाट गुरुद्वारे से 1800 श्रद्धालुओं का पहला जत्था घांघरिया के लिए रवाना हुआ था और शनिवार सुबह कपाट खोलने के पावन अवसर के साक्षी बने थे।
हेमकुंड साहिब की यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिला है। गोविंदघाट गुरुद्वारे में पंजाब से आए मोगा सतनाम पूर्व फौजियों के बैंड बाजों की धुन के साथ पंज प्यारों की अगुवाई में पहला जत्था घांघरिया के लिए रवाना हुआ था। इसके साथ ही हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा ने पंज प्यारों को पवित्र निशान सरोपा भेंट कर रवाना किया।
उत्तराखंड के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन ने कहा कि यात्रा के दौरान यातायात नियमों का सक्रियता के साथ पालन कराया जाएगा। इसके साथ साथ अन्य चीजों पर भी नजर रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि इस दौरान धार्मिक भावना का भी पूरा ख्याल रखा जाएगा। आपको बता दें कि तीर्थ यात्रा के दौरान कई बार दुपहिया वाहनों पर 3- 3 सवारियां बिठाकर लोग ले जाते हैं। इसके अलावा अन्य वाहनों में भी यातायात के नियमों की अनदेखी की जाती है। इस यात्रा के दौरान सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि सिख समुदाय के लोग 19 किमी की कठिन चढ़ाई के बाद श्री हेमकुंट साहिब पहुंचते हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षित यात्रा के लिए राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने तीर्थ यात्रा मार्ग पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। इसके साथ ही गोबिंदघाट से पुलना तक वाहनों का किराया भी तय कर दिया गया है।