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Shani Dev : घर के मंदिर में क्यों नहीं रखते शनि देव की मूर्ति या तस्वीर, जानें इसके पीछे की वजह

• LAST UPDATED : December 29, 2023

India News (इंडिया न्यूज़) Shani Dev : शास्त्रों में शनिदेव (Shani Dev) को न्याय का देवता कहा गया है। इनकी पूजा करने से सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है। ऐसा कहा जाता है कि जिस पर शनिदेव की कृपा होती है, उसके जीवन में किसी भी चीज की कमी नहीं होती है। लेकिन जिस किसी पर शनि की कुदृष्टि पड़ जाती है उसके बुरे दिन शुरू हो जाते हैं।

मूर्ति पूजा का है विशेष महत्व

हिन्दू धर्म में मूर्ति पूजा का विशेष महत्व है। हर घर में देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित की जाती हैं और उनकी पूजा की जाती है। लोग अपने घरों में शिव-पार्वती, राधा-कृष्ण, गणेशजी, राम-सीता, श्रीहरि विष्णु, लक्ष्मी जी, मां दुर्गा जैसे कई देवी-देवताओं की मूर्ति या चित्र रखकर पूजा करते हैं। लेकिन कुछ देवी-देवता ऐसे भी हैं जिनकी मूर्ति घर में स्थापित करना या उनकी पूजा करना वर्जित है। उन्हीं में से एक हैं शनिदेव।

आपने देखा होगा कि हमारे घर में कई देवी-देवताओं की पूजा की जाती है। लेकिन शनिदेव की पूजा करने के लिए हम शनि मंदिर जाते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि शनि देव की पूजा केवल शनि मंदिर में ही की जाती है। शास्त्रों के अनुसार घर में शनिदेव की मूर्ति या तस्वीर रखना वर्जित है। लेकिन क्या आप इसका कारण जानते हैं? अगर नहीं तो आइए जानते हैं।

शनिवार का दिन शनिदेव है

शनिदेव की पूजा करने के लिए लोग शनिवार के दिन शनिदेव के मंदिर जाते हैं। क्योंकि शनिवार का दिन शनिदेव की पूजा के लिए समर्पित है। शनिदेव के भक्त मंदिर जाते हैं, दीपक जलाते हैं और शनिदेव की पूजा करते हैं। घर में शनिदेव की पूजा न करने से जुड़ी एक पौराणिक कथा है। इसके अनुसार शनिदेव को श्राप था कि उनकी नजर जिस पर भी पड़ेगी उसे हानि होगी।

क्यों खतरनाक है शनिदेव की दृष्टि?

पौराणिक कथा के अनुसार, शनिदेव भगवान कृष्ण के भक्त थे और हमेशा कृष्ण भक्ति में लीन रहते थे। एक बार संतान प्राप्ति के बाद शनिदेव की पत्नी उनके पास आईं। उस समय भी शनिदेव श्रीकृष्ण के ध्यान में मग्न थे। अथक प्रयास के बावजूद शनिदेव की पत्नी उनका ध्यान नहीं भटका सकीं और क्रोधित हो गईं। क्रोध में आकर उन्होंने शनिदेव को श्राप दे दिया कि आज से जो भी शनिदेव की ओर देखेगा उसे हानि होगी।

बाद में शनिदेव को अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने अपनी पत्नी से माफी मांगी। लेकिन पत्नी के पास श्राप वापस लेने या रद्द करने की शक्ति नहीं थी। इसलिए इस घटना के बाद शनिदेव सिर झुकाकर चलते हैं। क्योंकि उनकी नजर में किसी को नुकसान नहीं होना चाहिए।

तो इसलिए घर में नहीं की जाती शनिदेव की पूजा!

यही कारण है कि लोग शनिदेव की बुरी नजर से बचने के लिए घर पर शनिदेव की मूर्ति या तस्वीर स्थापित नहीं करते हैं और न ही घर में उनकी पूजा की जाती है। इसलिए शनि मंदिर के बारे में जानकर ही शनिदेव की पूजा करें। इस बात का भी ध्यान रखें कि पूजा करते समय आप केवल शनिदेव के पैरों की ओर ही देखें, उनकी आंखों की ओर नहीं।

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