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300 साल बाद महाशिवरात्रि पर बन रहे कई दुर्लभ योग, जानें क्या है खास

• LAST UPDATED : February 22, 2024

India News(इंडिया न्यूज़), Shivratri 2024: इस साल 2024 में फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि 8 मार्च को रात 9:58 बजे शुरू होगी और 9 मार्च को शाम 6:18 बजे समाप्त होगी। महाशिवरात्रि के लिए निशिता काल पूजा का शुभ समय चतुर्दशी तिथि पर होना चाहिए, इसलिए महाशिवरात्रि 8 मार्च को मनाई जाएगी। रात्रि के आठवें पहर को निशिता काल कहा जाता है।

कब करे महाशिवरात्रि की पूजा

इस बार की महा शिवरात्रि बेहद खास होगी। पंचांग के अनुसार, महा शिवरात्रि पर इस प्रकार का योग और ग्रह स्थिति 300 वर्षों में एक या दो बार ही बनती है। इस बार महा शिवरात्रि 08 मार्च को मनाई जाएगी। शिवयोग के सर्वार्थ सिद्धि योग के शुभ संयोग और शिवरात्रि का महापर्व मनाया जाता है। भगवान शिव की पूजा में यह दुर्लभ योग शीघ्र फल देने वाला बताया गया है।

क्या है शुभ मुहूर्त

प्रथम प्रहर का समय 8 मार्च को शाम 06:25 बजे से रात 9:28 बजे तक रहेगा।
दूसरा प्रहर रात 9 बजकर 28 मिनट से 12 बजकर 31 मिनट तक रहेगा।
तीसरा प्रहर रात 12:31 बजे से 3 बजे तक और आखिरी प्रहर 3:34 बजे से सुबह 6 बजे तक रहेगा।

बन रहा सर्वार्थ सिद्धि योग

इसके बाद धनिष्ठा नक्षत्र, शिवयोग, गुरु करण और मकर/कुंभ राशि में चंद्रमा रहेगा। कुंभ राशि में सूर्य, शनि और बुध की युति होगी। इस प्रकार का योग तीन शताब्दियों में एक या दो बार बनता है, जब नक्षत्र, योग और राशि की स्थिति त्रिकोण केंद्र के साथ संबंध में आती है। महाशिवरात्रि पर सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। सर्वार्थ सिद्धि योग में शिव की पूजा करने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है। सर्वार्थ सिद्धि योग आर्थिक लाभ और कार्य सिद्धि के लिए विशेष शुभ माना जाता है। इस शुभ योग में कोई भी नया कार्य, व्यवसाय या नौकरी शुरू करना शुभ फल देने वाला माना जाता है।

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