India News(इंडिया न्यूज़),Haj Yatra 2023: भारत से हाजियों की पहली फ्लाइट 21 मई को रवाना होगी। कोरोना काल के बाद यह पहला ऐसा मौका होगा जब इतनी बड़ी संख्या में भारत से हज यात्री हज के सफर पर बिना किसी रोक-टोक और बंदिश के जाएंगे। उत्तर प्रदेश से भी इस बार 26 हज़ार से ज्यादा हज यात्री हज यात्रा पर जा रहे हैं। हज यात्रा से पहले हाजियों को हज के दौरान किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना ना करना पड़े। इसके लिए विशेष ट्रेनिंग कैंप लगाए जा रहे हैं। लखनऊ के ऐशबाग ईदगाह में मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली की अध्यक्षता में एक विशाल हज कैंप लगाया गया। जिसमें बड़ी संख्या में महिलाओं के साथ पुरुष हज यात्रियों ने शामिल होकर हज से जुड़ी हर ज़रूरी जानकारी हासिल की। इस खास मौके पर कई मुस्लिम धर्मगुरु और हज से जुड़े जानकार मौजूद रहे।
अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने बताया कि हज यात्रियों की सुविधा के लिए 339 चिकित्सा कर्मियों (173 डॉक्टर और 166 पैरामेडिक्स) सहित कुल 468 प्रतिनियुक्ति वाले प्रशासनिक एवं चिकित्सा पेशेवरों का चयन किया गया है, इनमें ग्रेड ए के 29 अफसरों सहित प्रशासनिक कार्यों के लिए 129 अधिकारी भी शामिल हैं। 468 प्रतिनियुक्तियों में से 129 महिला सदस्यों को नियुक्ति दी गई है। सऊदी अरब में हज यात्रियों को बेहतर अनुभव एवं कार्य संबंधी सहायता के लिए केवल सीएपीएफ से प्रतिनियुक्ति वाले प्रशासनिक अधिकारियों का चयन किया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय पहली बार चिकित्सा प्रतिनियुक्ति के लिए चयन प्रक्रिया में शामिल हुआ है।
सफ़र कैसे करें, किन-किन बातों का ध्यान रखें, कौन से दस्तावेज़ लेकर चलें, एयरपोर्ट पर कैसी परेशानी आ सकती है उनके बारे में बताते हैं। दूसरा सबक़ अहराम (हाजियों के ज़रिए बिना सिला हुआ सफ़ेद कपड़ा) और उमरा के बारे में होता है। हज के पांच दिनों में क्या-क्या किया जाता है इसके बारे में भी पूरी जानकारी दी जाती है।