India News (इंडिया न्यूज), Uttarakhand News: उत्तराखंड के राज्य विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्रा एक ही साल में 1 से अधिक छात्रवृत्ति नहीं ले पाएंगे। बड़ा फैसला लेते हुए ऐलान किया गया है कि 1 साल में 1 से ज्यादा छात्रवृत्ति नहीं मिलेगा। मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा मेधावी छात्रवृत्ति पेंशन योजना के लाभार्थी किसी अन्य संस्था से मिलने वाली छात्रवृत्ति के हकदार भी नहीं होंगी। यह मासिक छात्रवृत्ति योजना है लेकिन इसका भुगतान प्रतिमाह नहीं किया जाएगा। पूरे वर्ष में छात्रवृत्ति की राशि दो किस्तों में छात्र-छात्राओं के बैंक अकाउंट में डायरेक्ट दैनिक ट्रांसफर डीवीटी के माध्यम से भेजी जाएगी।
मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा में धाबी छात्रवृत्ति प्रोत्साहन योजना शैक्षिक सत्र 2023-24 क्रियान्वित की जाएगी। सरकार ने इस संबंध में निर्णय लिया है। साथ ही छात्रवृत्ति को लेकर गाइडलाइन तय की गई है। छात्रवृत्ति के लिए सत्र की गणना 1 जुलाई से 30 जून तक होगी। उक्त अवधि के लिए ही छात्रवृत्ति दी जाएगी। ये स्पष्ट किया गया है प्रवेश के माह को इसका आधार नहीं माना जाएगी।
उच्च शिक्षा मंत्री डा धन सिंह रावत ने बताया कि प्रत्येक सत्र के लिए छात्रवृत्ति की गणना बीते वर्ष के प्राप्तांकों के आधार पर की जाएगी। वहीं, उपस्थिति की गणना अध्ययनरत सत्र के लिए होगी। बीए प्रथम वर्ष में प्रवेश लेने वाले की पात्रता 12वीं में प्राप्त अंकों और सत्र 2023-24 में उपस्थिति के आधार पर तय की जाएगी। छात्र-छात्रा को राज्य सरकार अथवा किसी अन्य संस्था से संस्थागत विद्यार्थी के रूप में प्राप्त अन्य छात्रवृत्ति में से किसी एक को चुनने का अधिकार होगा।
डा रावत ने कहां कि छात्रवृत्ति के लिए विद्यार्थियों को समर्थ पोर्टल पर अपना पंजीकरण करते हुए आवेदन करना अनिवार्य होगा। इस आवेदन को संबंधित महाविद्यालय या विश्वविद्यालय के समर्थ नोडल, प्राचार्य अथवा कुलसचिव को प्रमाणित करना होगा। संस्था में प्रवेश के 20 दिन के भीतर छात्रवृत्ति के लिए आवेदन अनिवार्य किया गया है।
उच्च शिक्षा मंत्री डा धन सिंह रावत ने बताया कि स्नातक व स्नातकोत्तर स्तर पर संकायवार छात्रवृत्ति के लिए न्यूनतम 60 प्रतिशत अंक पाना अनिवार्य होगा। 75 प्रतिशत या अधिक अंक पाने वालों को छात्रवृत्ति का लाभ मिलेगा। 70 प्रतिशत अंक लाने वालों को भी यह सुविधा देने पर विचार किया जा रहा है। स्नातक स्तर पर संकायवार प्रथम तीन स्थान पाने वालों को क्रमश: 3000 रुपये, 2000 रुपये व 1500 रुपये छात्रवृत्ति मिलेगी। स्नातकोत्तर स्तर पर यह राशि क्रमश: 5000 रुपये, 3000 रुपये और 2000 रुपये निर्धारित की गई है।
ये भी पढ़ें:- Mango Eating Benefits: आम खाने से बच्चों के शरीर में नहीं होती खून की कमी, जानें बच्चों के लिए आम कितना फायदेमंद