India News (इंडिया न्यूज़), Martand Singh, Adipurush Controversy: आदिपुरुष फ़िल्म को लेकर पूरे देश मे विरोध हो रहा है। उत्तर प्रदेश में भी इस फ़िल्म को लेकर विरोध बढ़ता जा रहा है। लखनऊ में आदिपुरुष के कंटेंट को लेकर एफआईआर दर्ज कराने के लिए तहरीर दी गई है। अखिल भारत हिन्दू महासभा के द्वारा राजधानी लखनऊ में तहरीर दी गई है। भगवान राम के जीवन पर बनी फिल्म आदिपुरुष के मुख्य किरदार में साउथ के सुपरस्टार प्रभास, कीर्ति सेनन और सैफ अली खान हैं।
हमारे संवाददाता मार्तंड सिंह के अनुसार, लखनऊ फिल्म आदिपुरुष में को लेकर उत्तर प्रदेश के अलग अलग जिलों में भी विरोध शुरू हो गया है। जहां एक तरफ लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में तहरीर दी गई है वही दूसरी तरफ आगरा में भी इसको लेकर नारेबाजी हुई है। आदिपुरुष फिल्म की स्टारकास्ट, डायलॉग राइटर, डायरेक्टर, प्रोड्यूसर के खिलाफ अखिल भारत हिंदू महासभा ने तहरीर दी है। अखिल भारत हिंदू महासभा ने मांग रखी है कि अगर नेपाल में आदि पुरुष को बैन किया जा सकता है तो उत्तर प्रदेश सरकार भी फिल्म को बैन करे. अखिल भारत हिंदू महासभा ने कहा है कि आदिपुरुष फिल्म में सनातन धर्म का अपमान किया गया। भगवान राम हनुमान जी और सीता माता का गलत चित्रण के साथ ही जो पहनावा दिखाया गया है वो भी गलत है।
अखिल भारत हिन्दू महासभा के प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने बताया कि बॉलीवुड के द्वारा लगातार हिन्दू आस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। बार बार वीरोध के बाद भी हिन्दू देवी देवताओं का अपमान किया जा रहा है। फ़िल्म में जिस तरह के शब्दों का प्रयोग डायलॉग में किया गया है वो कहीं से भी हमारे सभ्य समाज मे स्वीकार नही किया जा सकता। शिशिर चतुर्वेदी ने आगे बताया कि अगर उनके तहरीर पर एफआईआर नही दर्ज की जाती है तो विरोध और बढ़ेगा तथा हिन्दू महासभा के लोग सोमवार को फ़िल्म के डायरेक्टर, प्रोड्यूसर और डायलॉग राइटर का पुतला दहन करेंगे।
राष्ट्रीय लोकदल ने फिल्म आदिपुरुष को उत्तर प्रदेश में बैन करने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। ये पत्र आरएलडी के व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष के द्वारा लिखा गया है जिसमे फ़िल्म को बैन करने की मांग की गई है। अध्यक्ष रोहित अग्रवाल ने पत्र में लिखा है कि फिल्म में अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया गया है। फिल्म में ऐसे डायलॉग हैं, जो सनातन आस्था और सनातन प्रेमियों के हृदय को ठेस पहुंचाते हैं। फिल्म में दर्शाए गए रामायण के सभी पात्र रामायण की कहानी के बिल्कुल उलट हैं, यह हमारे धर्म ग्रंथों और हमारी संस्कृति पर कुठाराघात है।
आदिपुरुष का विरोध सबसे ज्यादा फ़िल्म में बोले गए संवाद को लेकर हो रहा है। जिस तरफ की भाषा का प्रयोग डायलॉग्स में किया गया है उसको लेकर इंटरनेट पर भी मीम्स की बाढ़ आ गई है। ”जो हमारी बहनों को हाथ लगाएगा उसकी लंका लगा देंगे’, ”कपड़ा तेरे बाप का, तेल तेरे बाप का, आग भी तेरे बाप की और जलेगी भी तेरे बाप की’। ‘ये तेरी बुआ का बगीचा है क्या जो हवा खाने चला आया। मरेगा बेटे आज तू अपनी जान से हाथ धोएगा’ और ‘मेरे एक सपोले ने तुम्हारे इस शेष नाग को लंबा कर दिया। इन डायलॉग्स को लेकर ही सबसे ज्यादा रोष देखने वालों में हैं। लोगों का मानना है कि अगर फ़िल्म भगवान राम से जुड़ी है तो उसकी भाषा भी शालीन हो चाहिए।