India News (इंडिया न्यूज़)AK HANGAL एसी शकशियत जो किसी पहचान के मोहताज नही थे । उन्होमे अपने फिल्मी करियर कि शुरुआत उस उम्र में कि थी जिस उम्र मे कई कलाकार सन्यास लेने का इरादा बना लेते है । फिल्म शोले के रहीम चाचा का एक डायलॅाग ‘इतना सन्नाटा क्यों है भाई’ आज भी लोगों की जुबान पर है ।
हंगल एंटी इमपीरियल स्ट्रगल में थे
एके हंगल का जन्म पंजाब के सियालकोट (अब पाकिस्तान में है ) में 1 फरवरी 1914 को हुआ था । उनका पुरा बचपन पेशावर में बीता। उनका पुरा नाम अवतार किशन हंगल था । उन्होने एक इंटरव्यु में बताया कि फिल्मी दुनिया में कदम रखने से पहले वो थिएटर तो वो करते ही थे लेकिन उनका पेशा टेलरिंग था और उनके परिवार के लोग अंग्रेजों के काल में अफसर थे । लेकिन हंगल इस टाईम तक एंटी इमपीरियल स्ट्रगल में थे अगर आम भाषा में कहें तो वो अंग्रेजों के खिलाफ थे और अंग्रेजी नौकरी नही करना चाहते थे ।
बॅालीवुड करियर कि शुरुआत 50 साल की उम्र में
एके हंगल एक स्वतंत्री सेनानी थे , लेकिन कहते है ना कि जो तकदीर में लिखा होता है वो मिल ही जाता है । उनके तकदीर में अभिनय करना लिखा था । हंगल ने अपने बॅालीवुड करियर कि शुरुआत 50 साल की उम्र में तीसरी कसम (1966) से की थी इस फिल्म में इन्होनें राज कपूर के बडे भाई का रोल अदा किया था । इस फिल्म के अलावा उन्हे कई और फिल्में जैसे कि बावरची (1972),छुपा रुसतम (1973), शोले (1975) , चीतचोर (1976), आईना (1977), जुदाई (1980), अवतार (1983), सागर (1985), खुन भरी मांग (1988), लगान (2001),दिल मांगे मोरे (2004) और पहेली (2005).में काफी बहतरीन अदाकारी करके दर्शको का दिल जीत लिया ।
तीन साल पाकिस्तान (कराची) की जेल में बिताने पडे
1929 से 1947 की तारीख इनके लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योकि इसी बीच इन्होने देश की आजादी के लिए लडाई लडे ।इसी सिलसिले में इन्होने अपनी जिंदगी के अहम तीन साल कराची की जेल में बिताने पडे ।जेल से निकलने के बाद ये अपने सह परिवार के साथ मुंबई आ गए । मुंबइ में कदम रखने के बाद ही एके हंगल के एक्टींग करियर की शुरुआत हो गई ।
26 अगस्त 2012 के दिन एके हंगल ने इस दुनिया को अलविदा कहा
एके हंगल ने सिर्फ बॅालिवुड में ही नही ब्लकि टी वी इंडस्ट्री में भी अपने अभिनय से दर्शकों को हैरान कर दिया ।एके हेगल को आखरी बार टीवी सीरियल मधुबाला एक इश्क एक जुनुन में देखा गया । साल 2011 में एके हेगल एक बार फिर चर्चा में आए जब उनकी आर्थिक तंगी की जानकारी आई। कई दिगज्ज कलाकारों ने उनकी मदद की . 26 अगस्त 2012 के दिन को एके हंगल ने इस दुनिया को अलविदा कहा ।
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