India News(इंडिया न्यूज़),Ghaziabad Name Change: उत्तर प्रदेश के शहर गाजियाबाद का नाम बदले जाने को लेकर मंगलवार की हुई बैठक में प्रस्ताव को सदन की मंजूरी दे दी गई है, जिसके बाद अब ये प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा। जिले का नया नाम क्या रखा जाएगा ये अभी तय नहीं किया गया है। हालांकि जिले का नया नाम गाजियाबाद के इतिहास के आधार पर रखे जाने को लेकर पैरवी मजबूती से निगम द्वारा शासन में की जाएगी।
कब मेरठ से अलग हुआ था गाजियाबाद
साल 1,740 में मुगल शासन के वजीर गाजीउद्दीन ने गाजीउद्दीन नगर नाम से शहर बनाया था, बाद में उनके छोटे भाई ने इसे गाजियाबाद कर दिया था। 14 नवंबर 1976 को तत्कालीन सीएम 14 नवंबर 1976 को तत्कालीन सीएम एनडी तिवारी ने गाजियाबाद को मेरठ से अलग कर जिला घोषित किया, लेकिन उस वक्त इसका नाम नहीं बदला गया।
Gaj Prastha, Doodheshwar Nath Nagar or Harnandipuram: Civic body clears proposal to rename Ghaziabad
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— ANI Digital (@ani_digital) January 10, 2024
इससे पहले इलाहाबाद का बदला गया था नाम
यूपी में सीएम योगी ने इलाहाबाद के नाम को बदलावाकर प्रयागराज किया तब गाजियाबाद का बदलने की भी मांग उठी। हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों के साथ ही जनप्रतिनिधियों ने भी गाजियाबाद का नाम बदलने की मांग की। यूपी सरकरा को इस संबंध में पत्र भी भेजा गया।
नाम बदलने के प्रस्ताव को निगम ने किया पास
गाजियाबाद का नाम (Ghaziabad Name Change) दूधेश्वर नगर रखने की मांग उठी। नगर निगम में भी पहले इस मुद्दे पर चर्चा हुई, लेकिन मंगलावर को वे मंगल दिन रहा, जब यह प्रस्ताव नगर निगम में वार्ड संख्या-100 के पार्षद संजय सिंह की ओर से लाया गया, जिसमें उन्होंने गाजियाबाद का नाम बदलकर गजनगर या हरनंदी नगर करने की मांग रखी।
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