Wednesday, July 3, 2024
HomeCrime NewsGhaziabad: सांप्रदायिक नफरत फैलाने के लिए गाजियाबाद में मुस्लिम व्यापारियों के बहिष्कार...

Ghaziabad: सांप्रदायिक नफरत फैलाने के लिए गाजियाबाद में मुस्लिम व्यापारियों के बहिष्कार के लगे पोस्टर, केस दर्ज

- Advertisement -

India News (इंडिया न्यूज़), Ghaziabad: क्या आपने कभी सुना है कि किसी एक जगह पर हो रहे विरोध कही दूसरी जगह को प्रभावित कर रहें हों? हर कोने में आजकल हिंसा का प्रकोप देखने को मिल रहा है फिर चाहे वह मणिपुर हो या फिर हरियाणा का नूहं। बता दें कि देश में अब धर्म के नाम पर पोस्टर लगाए जा रहे हैं? इसके साथ ही हरियाणा में हो रही नूहं हिंसा अब गाजियाबाद तक पहुंच आई है । बताते चलें कि नूहं हिंसा का आग इतना भयावह था कि उसने अपनी चपेट में गाजियाबाद और एनसीआर को भी शामिल कर लिया है।

विवादित पोस्टर लगाने के मामले में तीन लोगों के खिलाफ केस

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में एक ऐसा ही मामला सामने आया है। जहां पर कुछ हिस्सों में सांप्रदायिक नफरत फैलाने के इरादे से विवादित पोस्टर लगाने के मामले में तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। वहीं नंदग्राम पुलिस द्वारा मामले में एक आरोपी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। हालांकि बाद में उसे पुलिस ने रिहा कर दिया।

पुलिस ने बताया कि बीते रविवार को सांप्रदायिक नफरत फैलाने के इरादे से नंदग्राम थाना क्षेत्र को कुछ प्रमुख स्थानों पर पोस्टर लगाए गए थे, जिसमें खासकर मुस्लिम व्यापारियों के बहिष्कार को लेकर पोस्टर लगाए गए। वहीं, सीसीटीवी फुटेज में इसको देखने के बाद पुलिस ने मामले को संज्ञान में लिया। और तीन युवकों नितिन चौहान, ब्रह्मानंद पुजारी और शेखर पंडित की पहचान कर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया।

नंदग्राम थाने के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ 

पुलिस उपायुक्त (शहर जोन) निपुण अग्रवाल ने बताया कि विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं द्वारा सोमवार को नंदग्राम थाने के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। साथ ही शांतिपूर्ण तरीके से विरोध-प्रदर्शन किया। जहां उन्होंने हिरासत में लिए सागर चौहान (नितिन चौहान के भाई) की रिहाई की भी मांग की। मामले में पुलिस ने बताया कि वह पोस्टर कथित तौर पर ‘हिंदू समाज संगठन’ नाम के एक फर्जी संगठन ने लगाए थे। जिसके बाद से पोस्टर हटा दिए गए हैं।

Also Read: UP Legislature: मुरादाबाद दंगे में 43 साल बाद भी नहीं भूले अपनों को खोने का दर्द, योगी सरकार ने दंगे…

SHARE
Aarti Bisht
Aarti Bisht
आरती बिष्ट, इन्हें मीडिया इंडस्ट्री में करीब 3 साल का एक्सपीरियंस है। इन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक ऑनलाइन वेब पोर्टल के माध्यम से की। जहां उन्होंने एक कंटेंट राइटर, एंकर और रिपोर्टिंग समेत गई क्षेत्र में काम किया...
RELATED ARTICLES

Most Popular