India News(इंडिया न्यूज़), देहरादून “ Vande Bharat” : उत्तराखंड की पहली वंदे भारत ट्रेन के उद्घाटन को लेकर कल दून में लोगों में खासा उत्साह देखने को मिला। रेलवे स्टेशन परिसर को ट्रेन के स्वागत के लिए दुल्हन की तरह सजाया गया। इसके साथ ही वंदे भारत ट्रेन भी फूलों से सजाई गई थी। तथा फूलों को मध्य प्रदेश से मंगवाया गया। हर कोई इस पल को सेल्फी, फोटो, वीडियो में हमेशा के लिए संजो लेना चाहता था।
बता दें, उत्तराखंड से पहली बार चलने जा रही हाई स्पीड ट्रेन को लेकर गजब का उत्साह नजर सामने आया है। देहरादून के प्लेटफार्म पर खड़ी ट्रेन में बच्चे अंदर जाकर देखने के लिए लालायित थे, बच्चों के चेहरे पर उनकी खुशी अलग से जाहिर हो रही थी। पहली वंदे भारत ट्रेन को लेकर देहरादून रेलवे स्टेशन परिसर में गजब का उत्साह था। वहीं, ट्रेन को मांगलगीत दैणा होयां खोली का गणेशा हे… बजाकर रवाना किया किया। हर किसी ने इस दिन को ऐतिहासिक और यादगार बताया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देहरादून से दिल्ली के बीच चलने वाली पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के उद्घाटन कार्यक्रम में हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा दिल्ली और देहरादून के बीच ये चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन देश की राजधानी को और तेज गति से जोड़ेगी। इस ट्रेन से दिल्ली और देहरादून के बीच रेल सफर में अब समय काफी कम हो जाएगा। ट्रेन में जो सुविधाएं हैं वो इस सफर को आनंद दायक बनाने वाली है।
उन्होंने कहा- अभी कुछ घंटे पहले ही मैं तीन देशों की यात्रा करके आया हूं आज पूरा विश्व भारत को उम्मीदों से देख रहा है। हमने जिस तरह अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूती दी है, जिस तरह हम गरीबी से लड़ रहे हैं उसने पूरी दुनिया का विश्वास जगा दिया है। उत्तराखंड आज जिस तरह से कानून-व्यवस्था को सर्वोपरि रखते हुए विकास के अभियान को आगे बढ़ा रहा है वो बहुत सराहनीय है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा “मैं आदरणीय प्रधानमंत्री जी का धन्यवाद व्यक्त करना चाहता हूं जिनकी दूरदर्शिता के कारण आज ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। मुझे उम्मीद है कि भविष्य में यह सेमी हाई स्पीड ट्रेन देवभूमि के दुर्गम पहाड़ों में दौड़कर एक नया कीर्तिमान स्थापित करेगी।उन्होंने कहा उत्तराखण्ड के प्रति विशेष लगाव का ही प्रतिफल है कि प्रदेश की राजधानी देहरादून से देश की राजधानी का सफर कुछ ही घंटों में तय किया जा सकेगा। देवभूमि उत्तराखण्ड के लिए ऐतिहासिक दिन है, यह हम सब का सौभाग्य है कि हम इस दिन के साक्षी बन रहे हैं।