Benefits of Cardamom : इलायची के फायदें होते है। खाने पीने की कोई डिश हो या मिठाई, उसमें अच्छी खुशबू लाने के लिए हम सभी इलायची का ही प्रयोग करते हैं। आमतौर पर इलायची को मसाले और माउथ फ्रेशनर के रुप में ही इस्तेमाल किया जाता है।
इलायची मुख्य रुप से भारतीय उपमहाद्वीप में उगने वाला एक पौधा है और अपने देश में कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल में इलायची की खेती सबसे ज्यादा की जाती है। अधिकतर लोगों को तो यह पता भी नहीं कि यह आपकी सेहत के लिए भी कई मायनों में फायदेमंद होती है।
इलायची के गुण सिर्फ मुंह की बदबू दूर करने और व्यंजनों की खुशबू बढ़ाने तक ही सीमित नहीं है बल्कि यह सर्दी-खांसी, पाचन से जुड़ी समस्याएं, उल्टी, मूत्र से जुड़ी समस्याएं आदि के उपचार में बहुत कारगर है।
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छोटी इलायची और बड़ी इलायची। छोटी इलायची का इस्तेमाल मुंह की दुर्गंध दूर करने, मिठाई बनाने और व्यंजनों की खुशबू बढ़ाने में किया जाता है। जबकि बड़ी इलायची का मुख्य उपयोग मसालों के तौर पर किया जाता है। इलायची के इन दोनों रूपों में आकार, रंग और स्वाद का अंतर होता है। छोटी इलायची हरे रंग की होती है वहीं बड़ी इलायची काले रंग की होती है। रंग की वजह से ही कई जगहों पर लोग इन्हें हरी इलायची और काली इलायची के नाम से भी बुलाते हैं।
इलायची का सेवन आप कई तरह से कर सकते हैं। आप इसे माउथ फ्रेशनर के रुप में सीधे चबाकर खा सकते हैं। कोई डिश या सब्जी बनाते समय उसमें इसके दाने डालकर इसका सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा इलायची पाउडर को किसी भी डिश में या दूध में डालकर इसका सेवन कर सकते हैं।
एक दिन में आधा से एक ग्राम इलायची पाउडर का सेवन करना उपयुक्त है। अगर आप किसी बीमारी के घरेलू उपाय के रुप में इलायची का सेवन करना चाहते हैं तो इसकी उचित खुराक के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सक से संपर्क करें।
इलायची एंटीआक्सिडेंट से भरपूर होती है इलायची दो प्रकार की होती है, हरी और काली। काली इलायची सर्दी और खांसी और सांस की कुछ समस्याओं को ठीक करने में मदद करती है। इलायची को शहद के साथ पानी में मिलाकर पिएं, इससे फ्लू ठीक होगा और ये आपके शरीर को गर्माहट प्रदान करेगा।
इसकी तेज सुगंध के कारण, यह हमारे स्वाद और संवेदी तत्वों को सक्रिय करने में मदद करता है और इस प्रकार, पाचन में सहायता करता है। यह पाचन के लिए प्रभावी एंजाइमों के स्राव को सक्षम बनाता है, खासकर अगर भारी भोजन के बाद सेवन किया जाए तो इलायची पेट की समस्याओं जैसे अपच, गैस और कब्ज को ठीक करने में सक्षम है।
इलायची की फूलों जैसी और मीठी सुगंध इसे एक प्राकृतिक माउथ फ्रेशनर बनाती है. इलायची के तेल का एक प्रमुख घटक जिसे सिनेओल कहा जाता है, अपने रोगाणुरोधी गुणों के लिए जाना जाता है जो मुंह की स्वच्छता को बढ़ावा देता है और यह सांसों की दुर्गंध का कारण बनने वाले बैक्टीरिया से भी लड़ता है।
एक अध्ययन के अनुसार, इलायची का रोजाना सेवन करने से ब्लड प्रेशर में कमी आती है। इस लिहाज से देखें तो जो लोग हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन के मरीज हैं उन्हें इलायची का नियमित सेवन करना चाहिए। इसमें मौजूद पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे खनिज पदार्थ ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद करते हैं।
वैसे देखा जाए तो इलायची खाने के फायदे बहुत ज्यादा हैं। ब्लड प्रेशर कम करने और गले की खराश से आराम दिलाने के अलावा यह अस्थमा के मरीजों के लिए भी बहुत उपयोगी औषधि है। इलायची में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो फेफड़ों में खून के प्रवाह को ठीक रखते हैं जिससे फेफड़े स्वस्थ रहते हैं और खांसी या अस्थमा जैसी बीमारियों से बचाव होता है।
इलायची पाचन तंत्र को दुरुस्त रखती है जिस वजह से शरीर का मेटाबोलिज्म भी ठीक ढंग से काम करता है और भूख बढ़ती है। जिन लोगों को समय पर भूख ना लगने या कम लगने की समस्या है उन्हें इलायची का सेवन करना चाहिए।
Benefits of Cardamom
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