Health Tips: हेल्थ के दृष्टि से देखें तो मीठा खाना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। लेकिन कई लोगों को शुगर क्रेविंग होती है। इसका मतलब ये होता है कि कई लोगों की आदत होती है कि बिना मीठा खाए उन्हें नींद तक नही आती है। असल में ये एक समस्या है, लेकिन कई लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं। इस समस्या को विज्ञान की भाषा शुगर क्रेविंग कहतें है। आज हम आपको बताने जा रहें है कि शुगर क्रेविंग होने के पीछे क्या कारण हो सकते है।
कई बार लो ब्लड लेवल के कारण शरीर को बार बार मीठा खाने की चाहत होती है। दरअसल जो भी हम खाते है शरीर उसे शुगर लेवल में तोड़ती है, वही कई बार लगातार देर तक कार्बोहाड्रेट न खाने के कारण शरीर को कार्बोहाईड्रेट की जरुरत होती है ऐसे में बार बार शुगर क्रेविंग होती है।
इन दिनों स्ट्रेस एक आम समस्या बन गई है। ऐसे में जब हम स्ट्रेस लेते हैं, तो इससे शरीर में कोर्टिसोल और एड्रेनालिन हार्मोन ज्यादा बनने लगते हैं। शरीर में इन दोनों हार्मोन्स के बढ़ने से बॉडी में असंतुलन होने लगता है, जिससे ब्लड प्रेशर और इंसुलिन का लेवल भी बढ़ने लगता है। साथ ही इसकी वजह से शुगर क्रेविंग भी होने लगती है।
आज के समय में हम कम नींद ले रहे हैं। इसके पीछे वो बदलती लाईफस्टाइल है। कई बार हम लोग पूरी नींद नही लेतें है जिस कारण शरीर में एनर्जी की कमी होने लगती है ऐसे में कुछ मीठा खाने का या फिर जंक फूड खाने की तीव्र इच्छा होती है।
आज के समय मे ज्यादा मात्रा में लोग ग्लूकोज के शिकार है। ऐसे में वो डाईट का सहारा लेतें है। जिस कारण उनके शरीर में ग्लूकोज की कमी होने लगती है। यही कारण है कि शरीर की जरुरत को पूरा करने के लिए मीठा खाने का मन होता है, इस समस्या को शुगर क्रिविंग कहते है। यदि ये ज्यादा समय तक आपके पास बनी रह रही है तो इसको नजरअंदाज करने के बजाय इस पर काम करने की जरुरत है। जरुरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह लें।
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