(Eating bread or rice, which can increase weight):आज के समय में बढ़ता हुआ वजन और मोटापा हमारे शरीर में कई गंभीर बीमारियों का कारण बन जाता है। बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के चलते लोगों का वजन बढ़ने लगता है। वहीं बैड कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ने से अपको डायबिटीज की बीमारी हो सकती है और नसों में प्लाक जमने के चलते ब्लॉकेज होने की भी समस्या पैदा हो सकती है। इसके अलावा और भी कई तरह की बीमारिया हो सकती है, जैसे ट्रिपल वेसल डिजीज, हार्ट फेलियर, हार्ट अटैक, कोरोनरी आर्टरी डिजीज। जहां आपको अब तक तो पता चल ही गया होगा कि वजन बढ़ना आपके स्वास्थ्य के लिए कितना खतरनाक है। हालांकि इसी बीमारियों से बचने के लिए लोग अपना वजन कंट्रोल करना चहाते है और फिट रहना चहाते है। वहीं कई लोग इस वजह से रोटी और चावल भी खाना छोड़ देते हैं। पर सोचने वाली बात ये है की क्या वास्तव में रोटी और चावल छोड़ने से वजन को घटाया जा सकता है या सिर्फ ये बोलने की बात है।
अपको बता दें रोटी में लगभग 140 कैलोरी होती है और इतनी ही कैलोरी चावल में भी होती है। तो दोनों को छोड़ने से आपके कैलोरी इनटेक पर कुछ खास प्रभाव नहीं पड़ेगा। हालांकि ये मैटर करता है कि आप कितनी मात्रा में रोटी और चावल का सेवन कर रहे हैं।
बता दें की किसी भी चीज का ज्यादा मात्रा में सेवन करने से हमारी हेल्थ पर ना चहते हुए भी फारक पढ़ जाता है। तो एसे में आप अगर रोटी और चावल का ज्यादा मात्रा में सेवन करेंगे तो न चाहते हुए भी आपका वजन बढ़ हि जाएगा। वहीं सही वक्त पर और सही मात्रा में इसका सेवन करेंगे तो इससे अपके शरीर पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा।
आप चाहे तो रोटी और चावल को दोपहर और रात में बांट सकते हैं। लेकिन अगर आप दोपहर में एक बाउल चावल खा रहे तो रात में दो रोटी से ज्यादा नहीं ले सकते। खाने में दाल, दही, सलाद और हरी सब्जी ज्यादा से ज्यादा लें ताकि रोटी और चावल ज्यादा लेने की जरूरत ही न हो।
बता दें रोटी में प्रोटीन और फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है, जो हमारे पाचन क्रिया को मजबूत बनती है। हालांकि रोटी खाने से पेट लंबे वक्त तक भरा रहता है। जिस वजह से हम ओवरईटिंग से बच सकते है। इसी कारण वजन कम करने के लिए रोटी खाने की सलाह दी जाती है।
हालांकि हम जानते है रोटी को पचाने में ज्यादा समय लगता है, जिस बजह से यह ब्लड-शुगर लेवल को कंट्रोल रखता है। वहीं, चावल में ज्यादा मात्रा में स्टार्च होता है जिसकी वजह से यह पचाने में आसान रहता है। जिन लोगों का पेट ठीक नहीं रहता उनके लिए चावल बेहतर विकल्प है।
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