India News(इंडिया न्यूज), COVID : चीन में कोविड-19 के एक नए स्ट्रेन पर हालिया शोध ने एक नई महामारी का खतरा बढ़ा दिया है। बीजिंग में वैज्ञानिकों ने पैंगोलिन ( एक जानवर) में पाए जाने वाले एक कोविड जैसे वायरस का क्लोन बनाया है। जिसे GX_P2V के नाम से जाना जाता है।
जिसका प्रभाव चूहों पर देखा गया है। इस शोध में पाया गया कि यह स्ट्रेन बेहद घातक हो सकता है, जिससे नई महामारी फैलने का खतरा है। चूहों को संक्रमित करने के बाद, प्रत्येक आठ दिनों के भीतर मर गया, और उनके मस्तिष्क और आंखों में वायरल लोड भी असामान्य था।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस शोध से कोविड के नए स्ट्रेन का खतरा बढ़ सकता है और इस पर सावधानी से शोध किया जाना चाहिए। यह विशेषज्ञों के बीच विभाजन और चिंता का कारण बन रहा है, क्योंकि इस तरह के शोध से नुकसान हो सकता है और महामारी के नए वेरिएंट का खतरा पैदा हो सकता है।
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के संक्रामक रोग विशेषज्ञ प्रोफेसर फ्रेंकोइस बैलौक्स ने ट्विटर (x) पर लिखा कि यह एक भयानक अध्ययन है, वैज्ञानिक रूप से पूरी तरह से अर्थहीन है। अब कोविड को लेकर इस तरह के शोध की जरूरत नहीं है। इस तरह से चूहों पर कोविड के किसी भी प्रकार के स्ट्रेन पर शोध करना सही नहीं है। न्यू ब्रंसविक, न्यू जर्सी में रटगर्स यूनिवर्सिटी के रसायनज्ञ प्रोफेसर रिचर्ड एब्राइट ने डेलीमेल.कॉम को बताया कि वह प्रोफेसर बैलौक्स के आकलन से पूरी तरह सहमत हैं। ऐसे शोध से बहुत नुकसान हो सकता है।
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