India News (इंडिया न्यूज़), Chandramani Shukla, बलिया: गर्मी और लू का जबरस्त सितम देखा जा रहा है। इस भीषण गर्मी ने जहां जन समान्य के जीवन में उथल पुथल मचा दी है तो वहीं इस वजह से लोगों की मौत की भी खबरें आ रही हैं। उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से चौका देने वाला आंकड़ा सामने आया है। जहां पिछले 8 दिनों के दौरान 121 लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें 36 मौतें पिछले 24 घंटे में हुई। इसके अलावा ऐसा बताया जा रहा है कि अस्पताल में 230 लोगों का इलाज चल रहा है। वहीं अगर मौत के आंकड़े को दूसरे शब्दों में समझें तो यहां हर सवा घंटे पर एक व्यक्ति की मौत हो रही है। आशंका जताई जा रही है कि इन लोगों की मौत लू के कारण हो रही है लेकिन अभी इस मामले में कोई भी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
इंडिया न्यूज़ संवाददाता चंद्रमणि शुक्ला के खबर के मुताबिक मौत के इस आंकड़े के सार्वजनिक होने के बाद शासन और प्रशासन में हड़कंप देखा जा रहा है। जहां शासन ने घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दिवाकर सिंह को हटा दिया है और उनकी जगह पर जिला अस्पताल के सर्जन डॉ. ए.के. यादव को प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक बनाया गया है साथ ही लू और गर्मी की चुनौतियों को देखते हुए विशेष वार्ड भी बनाया गया है।
बलिया में हुई लोगों की मौत से प्रशासन में भी हरकत देखी जा रही है। महानिदेशालय संचारी रोग निदेशक डॉ. ए. के. सिंह और निदेशक (उपचार) के. एन. तिवारी को मौके पर भेजा गया है। जो स्थानीय टीम के साथ सभी पहलुओं की जांच करेंगे। इसके अलावा मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर स्वास्थ्य कर्मियों की सक्रियता की भी जांच की जाएगी। उनके फीड बैक के आधार पर एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी जो शासन को भेजी जाएगी।
बलिया में हुई बड़ी संख्या में हुई मौतों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री और यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक का भी बयान आया है। उन्होने लू से निपटने के लिए प्रदेश के हर अस्पताल में व्यवस्था की बात कही है। साथ ही कहा है अभी तक कहीं भी लू से जान जाने की पुष्टि नहीं हुई है। डिप्टी सीएम ने बलिया के सीएमएस की सुचना को भ्रामक बताया है साथ ही उन्हें हटाने की भी जानकारी दी है। स्वास्थ्य मंत्री ने निर्देश दिया है कि जिस गांव में लोगों के बीमार होने की सूचना मिले वहां मेडिकल टीम भेजी जाए।
हीट स्ट्रोक की समस्या के बचाव के लिए विशेषज्ञ का कहना है कि जैसे ही पारा 40 के आस पास पहुंचे या उससे ऊपर बड़े आप तुरंत अलर्ट हो जाएं और जिसमें अपने खानपान को लेकर विशेष रूप से सावधानी हो जाएं। जिसके लिए ज्यादा से ज्यादा पानी और लिक्विड डाइट जैसे छाछ, लस्सी, कच्चा आम का पना, शिकंजी, नारियल पानी वगैरह ले। इसके साथ ही क्या नहीं खाना है उस पर भी ध्यान दें। जैसे ज्यादा तेल, मसाला और गरिष्ठ भोजन व बाहर खाने से जितना हो सके बचें। वहीं ढीले कपड़े की कोशिश करें और तेज धूप में निकलने से बचें।अगर निकलना बहुत जरूरी हो तब ही घर से निकलें साथ ही निकलते वक्त ये ध्यान रखें कि शरीर को अच्छी तरह कवर कर लें वहीं घर से पानी पीने के बाद ही निकलें जिससे शरीर में पानी की पर्याप्त मात्रा बनी रहे। आप चाहें पानी या शिकंजी को अपने साथ रखें। धूप में छाते का इस्तेमाल करें। धूप से आकर तुरंत पानी या कुछ ठंडा न लें। इसके अलावा अगर आपको पहले से कोई समस्या है तो चिक्तसीय सलाह के आधार पर ही अपनी दिन-चर्या का पालन करें।