कानपुर अग्निकांड: कानपुर देहात संदिग्ध परिस्थितियों में मां बेटी की जलकर मौत मामले ने सभी को चौंका कर रख दिया है। कानपुर की इस घटना के सभी को स्तब्ध कर रखा है। परिजानों ने दोनों के शव को रोड पर रख कर जमकर नारेबाजी की है। प्रशासन के काफी कहने और समझाने और बुझाने के बाद परिजनों ने शव को उठने दिया। अपनी मांगो को को सरकार के सामने रखने के बाद से परिजन माने और शव को उठाने दिया।
दरअसल डिप्टी सीएम से फोन पर वार्ता के बाद परिजन माने। नौकरी मुआवजा दिए जाने की मांग माने जाने का डिप्टी सीएम ने आश्वासन दिया। वहीं इस मामले में डिप्टी सीएम ने आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में करीब 24 घण्टे के बाद प्रशासन को सफलता मिली है। इस मामले में कमिश्नर ने बताया कि एसडीएम व लेखपाल को निलंबित कर दिया गया है।
इस मामले में लगातार प्रशासन काम कर रहा है। वहीं अभी तक निलंबित एसडीएम व लेखपाल सहित करीब 3 दर्जन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया हैं। जानकारी हो कि कल से ही कमिश्नर और एडीजी सहित अधिकारी परिजनों को मनाने का मानाने का काम कर रहे थे। परिजन मांगों के पूरे होने तक शव ना उठने देने पर अड़े थे।
कानपुर देहात में पुलिस-प्रशासन सोमवार को सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाने गया था। इसी दौरान एक महिला चिल्लाते हुए दौड़कर झोपड़ी में चली गई और उसने अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। इसके बाद मौके पर उपस्थित पुलिस ने दरवाजा तोड़ दिया और इसी दौरान झोपड़ी में आग गई। महिला और उसकी बेटी अंदर थीं। पुलिस फोर्स और अफसरों के सामने दोनों की जिंदा जलकर मौत हो गई। वहीं, दोनों को बचाने में पति कृष्ण गोपाल बुरी तरह झुलस गए।
ये भी पढ़ें- Ghazipur: पहले की पत्नी की निर्मम हत्या फिर एक्सीडेंट कर दिया सिद्ध, मामला जान आंखे रह जाएंगी खुली