India News (इंडिया न्यूज), Agra Metro: महानगरों से ट्रैफिक कम करने और लोगों को सुगम तथा समय पर अपने गंतव्य तक पहुंचाने के लिए मेट्रो एक नजीर साबित हो रहा है। बड़े शहरों में प्रतिदिन लाखों लोग इससे सफर करते हैं। वहीं अब मेट्रो का विस्तार कई बड़े शहरों में किया जा रहा है। प्रदेश में राजधानी लखनऊ के बाद कानपुर में मेट्रो परिचालन शुरू किया गया तो वहीं अब ताजनगरी आगरा में मेट्रो चलाने की तैयारी है।
आगरा मेट्रो का निर्माण कार्य अपने आखिरी चरणों मे है। वहीं इस मेट्रों को भी आधुनिक तकनीकी से लैस करने की तैयारी है। ये मेट्रो भी लखनऊ मेट्रो के जैसे ऑटोमैटिक ट्रेन ऑपरेशन मोड पर आधारित होगी। तकनीक की भाषा में समझे तो इस मोड को सबसे सुरक्षित ऑपरेशन का तरीका माना जाता है।
दरअसल ऑटोमैटिक ट्रेन ऑपरेशन (ATO) के माध्यम से सुऱक्षित तरीके से मेट्रो का परिचालन होता है। वहीं इससे ट्रेन में हमेशा एक ट्रेन ऑपरेटर मौजूद होता है। एटीओ के माध्यम से ट्रेन निर्धारित गति से चलती है और स्टेशन पर दरवाजे सुगम तरीके से खुलते हैं। वहीं जैसे ही यात्री ट्रेन पर सवार हो जाते हैं गेट बंद होते है। जिसके बाद एक निर्धारित गति से ट्रेन एटीओ मोड में आगे बढ़ती है।
दुनिया भर में मेट्रों के संचालन के लिए तकनीक को विभिन्न हिस्सों में बांटा गया है। इस तकनीक को ग्रेड ऑफ ऑटोमेशन (GoA) श्रेणी कहा जाता है। ताजनगरी में आगरा में जिन ट्रेनों का संचालन किया जाएगा, वह अत्याधुनिक तकनीक से लैस होंगी। सारी मेट्रो में इस तकनीक का प्रयोग किया जाना है। वहीं इस तकनीक से बिना ट्रेन ऑपरेटर के भी मेट्रों का संचालन हो सकेगा।
आगरा में मेट्रो का करीब 29.4 KM लंबा नेटवर्क बिछा हुआ है। इसमें कुल 27 स्टेशन होंगे। वहीं ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा के बीच 14 किमी लंबे पहले कॉरिडोर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है।इन कॉरिडोर मे कुल 13 स्टेशन होने हैं। जिससे आगरावासियों को काफी सहुलियत मिलने जा रही है। 13 में से 6 स्टेशन एलीवेटिड होंगे वहीं 7 भूमिगत होंगे। बताते चले कि आगरा कैंट से कालिंदी विहार के बीच कुल 16 किलोमीटर लंबे दूसरे कॉरिडोर का निर्माण किया जाना है। जिसमे 14 एलीवेटिड स्टेशन होंगे।
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