इंडिया न्यूज, श्रीनगर (Amarnath Yatra 2022)। अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने के बाद आई बाढ़ से यात्रा मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया है। कहा जा रहा है कि अब जबतक यात्रा मार्ग दुरुस्त नहीं होता तबतक यात्रा शुरू करने में दिक्कत होगी। जानकारों का कहना है कि बादल फटने के कारण तीन लंगर समेत 40 के करीब टेंट बह गए हैं। 15 अमरनाथ यात्रियों मौत जबकि 40 लोग अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। कई घायलों को एयरलिफ्ट किया जा रहा है। जम्मू कश्मीर प्रशासन ने अमरनाथ यात्रा को फिलहाल रोक दिया गया है। इस बीच सेना ने बड़ा बचाव अभियान शुरू किया है।
इस बीच अमरनाथ तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था जम्मू आधार शिविर से कश्मीर में बालटाल और पहलगाम आधार शिविरों के लिए रवाना हुआ है। एक तीर्थयात्री ने कहा कि हम पहलगाम शिविर की ओर जा रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि यात्रा फिर से शुरू होगी। हम बाबा भोलेनाथ से सभी तीर्थयात्रियों की रक्षा के लिए प्रार्थना करते हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ समेत आपदा प्रबंधन से जुड़ी तमाम एजेंसियां राहत कार्य में जुटी हुई हैं। बताया जा रहा है कि शाम करीब 5.30 बजे अमरनाथ गुफा से करीब दो किलोमीटर की दूरी पर बादल फटा। पानी गुफा के सामने नाले में आ गया।
अधिकारियों ने बताया कि बादल फटने के बाद अमरनाथ गुफा के सामने नाले में तेज बहाव के साथ पानी आ गया। उस दौरान आवाजाही कर रहे करीब पांच हजार यात्री मौजूद थे। बाढ़ का पानी गुफा के सामने समतल मैदान में बनाई गई टेंट सिटी में तीन लंगर और 40 के करीब टेंट साथ बहा ले गया। यात्रियों में भगदड़ मच गई। आपदा प्रबंधन दलों ने यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया। बाढ़ से बचने के लिए यात्री टेंट छोड़ पहाड़ की ढलान पर चढ़ गए। कश्मीर जोन पुलिस के अनुसार तमाम एजेंसियां रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हैं।