इंडिया न्यूज, National News : अंतरराष्ट्रीय मंचों पर देश के बढ़ते कद पर प्रकाश डालते हुए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि भारत वैश्विक अशांति और संघर्षों के बीच दुनिया के लिए नई आशा प्रदान करता है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वडोदरा के करेलीबाग में आयोजित ‘युवा शिविर’ को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कोविड संकट और बिखरी हुई आपूर्ति श्रृंखला के बीच दुनिया को टीके और दवाएं पहुंचाने से लेकर शांति के लिए एक सक्षम राष्ट्र की भूमिका तक। वैश्विक अशांति और संघर्ष, भारत आज दुनिया की नई उम्मीद है। यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच प्रधान मंत्री की टिप्पणी ने महत्व ग्रहण किया, जो वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं के संकट को बढ़ा रहा है।
पीएम ने कहा कि हम पूरी मानवता को योग का मार्ग और आयुर्वेद की शक्ति दिखा रहे हैं। हम एक ऐसे राष्ट्र के रूप में उभर रहे हैं जो एक नए भविष्य की ओर देख रहा है, सॉफ्टवेयर से लेकर अंतरिक्ष तक। आज देश में सरकार के काम करने का तरीका बदल गया है। समाज की सोच बदली है और जनता की भागीदारी बढ़ी है। जिन लक्ष्यों को भारत के लिए कभी असंभव माना जाता था, आज दुनिया भी देख रही है कि भारत ऐसे क्षेत्रों में कैसे बेहतर कर रहा है। भारतीय संस्कृति का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा ‘संस्कार’ का मतलब शिक्षा, सेवा, संवेदनशीलता, समर्पण, दृढ़ संकल्प और ताकत है। संतों और शास्त्रों ने हमें सिखाया है कि पीढ़ियों से निरंतर चरित्र निर्माण से कोई भी समाज बनता है।
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