India News (इंडिया न्यूज),Anupriya Patel: देश में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) होने में कुछ ही महीनों का समय का बचा हुआ है। लेकिन इससे पहले जनसंख्या की टृष्टि से देश का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश में जातिगत जनगणना का मुद्दा एक बार फिर तूल पकड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। राज्य में सबसे पहले समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने बिहार की तर्ज पर यूपी में भी जातिगत जनगणना कराने की मांग की। लेकिन अब उन्हें दूसरी तरफ से भी दलोंका समर्थन मिलने लग गया है। इसी कड़ी में पहले ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) के बाद अब बीजेपी के गठबंधन का साथ भी मिला है।
दरअसल, जातिगत जनगणना पर अपना दल की अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल से जब सवाल पूछा गया तो उन्होंने जातिगत जनगणना का समर्थन करते हुए कहा, “सरकार की योजनाएं कितनों के पास पहुंच रही है। कितनों के पास पहुंचना अभी बाकी है। इस पूरी प्लानिंग को बनाने के लिए सरकार के पास आधिकारिक आंकड़े होने चाहिए।” ये बयान बता दें कि ये बयान अनुप्रिया पटेल ने एक निजी चैनल के साथ बातचीत के दौरान दिया।
इससे पहले डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भी कई मौकों पर जातिगत जनगणना के मुद्दे का पुरजोर समर्थन कर चुके हैं। उन्होंने अपने बयान में कहा था कि “मैं इसके लिए पूरी तरह तैयार हूं। न तो मैं और न ही मेरी पार्टी इस विषय पर विपक्ष में हैं।” हालांकि अगर हम देखें तो पता चलता है कि इससे पहले यूपी के बीते विधानसभा सत्र के दौरान जातिगत जनगणना की मांग को लेकर विपक्ष ने सदन जबरदस्त हो-हल्ला किया था। उस समय शिवपाल यादव के नेतृत्व में सपा विधायकों ने विधानसभा परिसर में धरना तक दिया था। सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर भी जातिगत जनगणना कराने की मांग समय-समय पर करते रहे हैं।