Ayodhya News: भगवान राम की नगरी में विकास का कार्य तेजी के साथ हो रहा है रामलला की नगरी को त्रेता की अयोध्या बनाने के प्रयास में उत्तर प्रदेश की सरकार नज़र आ रही है अयोध्या को उसकी गरिमा के अनुरूप विकसित करने के लिए विकास की करोड़ों रुपए की योजनाएं चल रही है इसी कड़ी में अयोध्या के सड़कों और चौराहों का नाम रामायण कालीन नामों पर रखे जाने की तैयारी है।
भगवान राम की नगरी में ले जाने वाले पथ को रामपथ रामलला के जन्म स्थली को ले जाने वाले पथ को जन्मभूमि पथ और हनुमानगढ़ी कनक भवन और राम जन्मभूमि को एक साथ जोड़ने वाली सड़क को भक्ति पथ का नाम दिया गया है अब राम नगरी में भगवान राम के मित्र सुग्रीव और न्याय पथ के नाम से भी मार्ग का नाम दिए जाने की तैयारी है। भगवान राम की नगरी की परिधि में पड़ने वाले परिक्रमा मार्ग को धर्म पथ का नाम दिया जा रहा है। इसके साथ ही संत समाज ने मांग की है कि रामायण कालीन नामों से भगवान राम की नगरी अयोध्या के गलियों का नामकरण किया जाए रामायण काली नामों से कुछ सड़कों का नाम किए जाने की तैयारी है जिसमें शासन को स्वीकृति के लिए भेजा गया है।
रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि अयोध्या में रामायण कालीन नाम से पथ बनाए जा रहे हैं यह बहुत अच्छी बात है रामलला के मुख्य पुजारी ने कहा कि त्रेता युग में जो अयोध्या थी उसकी सुंदरता देख करके स्वयं कुबेर भी लज्जित होते थे देवता भी लज्जित होते थे जिस रूप में अयोध्या त्रेता युग में थी उस रूप में अयोध्या को बनाने का प्रयास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर रहे हैं उसमें अयोध्या की सड़कों को रामायण कालीन के नाम दिया जा रहा है कोई भक्ति मार्ग है कोई रामपथ है तो कोई जन्मभूमि पथ है इसी प्रकार से अगर और रामायण कालीन नामों से पथ बनाए जाएंगे तो और अच्छा होगा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब पहली बार मुख्यमंत्री बने थे तभी उन्होंने अयोध्या के विकास को लेकर घोषणा कर दी थी जिस प्रकार त्रेतायुग में अयोध्या थी उसी प्रकार हम विकास करेंगे वाह प्रयास जारी है निश्चित है कुछ दिनों में त्रेतायुगइन अयोध्या नजर आएगी।
मंडला आयुक्त गौरव दयाल ने कहा कि वर्तमान समय में राम पथ का निर्माण प्रगति पर है इसके साथ जन्मभूमि पथ का भी निर्माण तेज गति के साथ किया जा रहा है इसके अलावा भक्ति पथ का निर्माण भी तेजी के साथ किया जा रहा है गौरव दयाल ने बताया कि एक धर्म पथ भी है। जिसका टेंडर की स्वीकृति शीघ्र प्राप्त होने वाली है इसके अलावा 2 नए पथ और बनाए जाएंगे। अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन से श्री राम हॉस्पिटल तक न्याय पथ मनाया जाएगा। जो राम पथ से जोड़ा जाएगा और दूसरा सुग्रीव पथ है जो हनुमानगढ़ी से जन्मभूमि पद से जुड़ेगा इसमें सुग्रीव पथ का डीपीआर समित हो चुका है और न्याय पद का डीपीआर जल्द ही स्वीकृत होगा।