बाराबंकी (Barabanki) जिले में विद्युत विभाग की लापरवाही के चलते एक किसान राकेश की मौत होने का मामला सामने आया है। यहां बिजली कनेक्शन होने के बावजूद विभाग ने किसान के नाम विद्युत चोरी का 70 हजार रुपये का नोटिस काट दिया। परिजनों का आरोप है कि बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज होने और 70 हजार रुपये की नोटिस जारी होने के सदमे से उपभोक्ता की हार्टअटैक से मौत हो गई। पावर कॉर्पोरेशन के अधिकारियों को मौत का जिम्मेदार बताते हुए मृतक किसान के भाई ने अधिशासी अभियंता से शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की है। साथ ही कार्रवाई न होने पर मुख्यमंत्री तक शिकायत पहुंचाने की बात कही है।
पूरा मामला बाराबंकी में लोनीकटरा थाना क्षेत्र के भिलवल गांव का है। यहां के निवासी रत्नेश कुमार ने बताया कि करीब दो साल पहले मकनपुर गांव के महेश श्रीवास्तव के द्वारा किसान राकेश ने घरेलू बिजली कनेक्शन लिया था। उसके करीब एक साल बाद बिजली कनेक्शन जोड़ कर मीटर लगा दिया गया। दो महीने बाद बिल जमा करने जाने पर पता चला कि इस मीटर की रीडिंग से बिल नहीं जमा होगा। मृतक राकेश के कई बार कोशिश करने पर तब बिजली विभाग के कर्मचारी ने बताया कि कनेक्शन सही होने पर ही बिल जमा होगा। लेकिन अब पावर कॉर्पोरेशन ने बिजली चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई और 70 हजार रुपये जुर्माना की नोटिस भेज दी।
रत्नेश के मुताबिक अचानक नोटिस मिलने पर बड़े किसान राकेश सदमे में आ गए और उनकी हृदयगति रुकने से मौत हो गई। रत्नेश का आरोप है कि बिजली चेकिंग के नाम पर विभाग के कर्मचारी उपभोक्ताओं को परेशान करते हैं। पहले जुर्माना लगाते हैं, फिर घूस लेकर नया कनेक्शन लगा देते हैं। किसान राकेश को भी इन लोगों ने 70 हजार रुपए जुर्माने और मुकदमे का नोटिस थमाया था। जिसके सदमे से किसान को हार्ट अटैक आ गया और उसकी मौत हो गई।
मृतक राकेश की पत्नी राधा ने बताया कि बिजली विभाग के कर्मचारी उनके घर आकर कनेक्शन काटने लगे और मुकदमे की धमकी दी थी। बाद में 70 हजार रुपए का नोटिस थमा दिया। जिसके चलते हार्ट अटैक आया और उनके पति की मौत हो गई है। राधा में मुताबिक उनके घर में केवल वही कमाने वाले थे। अब उनके पांच बच्चे बेसहारा हो गए हैं। वहीं इस मामले पर बिजली विभाग के अधिकारियों ने जांच करवाकर करवाई करने की बात कही है।
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