(Several CBI teams raided in Barabanki district of Uttar Pradesh): उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में सीबीआई की कई टीमों ने ताबड़तोड़ कर छापेमारी की। सीबीआई की एक टीम यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में पहुंची और वहां के एक फील्ड ऑफिसर और फोर्थ क्लास एम्प्लॉई पर शिकंजा कसा। साथ ही टीम ने काफी लंबे समय तक पूछताछ की।
Barabanki News: मामला उत्तर-प्रदेश के बाराबंकी का है जहां, सीबीआई की कई टीमों ने बैंक ऑफ इंडिया की शाखा पर छापेमारी की। आरोप है कि, नोटबंदी के दौरान इन कर्मचारियों ने असीमित संपत्ति हासिल की है। इसके साथ ही किसानों से किसान क्रेडिट कार्ड बनवा कर लाखों रूपये हड़प लिए। 14 फरवरी को सीबीआई ऑफिस में यह शिकायत की गई थी।
इन्हीं शिकायतों पर सीबीआई की टीम ने बैंक के साथ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के लखनऊ से लेकर उसके गांव तक के सभी घरों में ताबड़तोड़ छापेमारी की है। छापेमारी के बाद टीम ने बैंक से फील्ड ऑफिसर और फोर्थ क्लास एम्प्लॉई को गिरफ्तार कर लिया है।
सीबीआई की टीम ने आज सबसे पहले बाराबंकी के फतेहपुर तहसील क्षेत्र में मौजूद यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की शाखा पर छापा मारा। बता दें, सीबीआई के अधिकारियों के बैंक में पहुंचते ही बैंक का गेट बंद करवा दिया। साथ ही उन्होंने पुलिस अधिकारियों को भी वहां से हटा दिया था।
साबाआई की टीम ने बैंक में तैनात फील्ड ऑफिसर विजय कुमार गुप्ता और फोर्थ क्लास एम्प्लॉई सुरेंद्र शुक्ला उर्फ मुन्ना शुक्ला पुत्र विशंभर शुक्ला से पूछताछ शुरू की। जानकारी के अनुसार मुन्ना शुक्ला पर आरोप है कि, उसने फील्ड ऑफिसर के साथ मिलकर नोटबंदी के दौरान बैंक में जमकर हेराफेरी की और उसी से अपनी अकूत संपत्ति बनाई।
बाराबंकी के साथ लखनऊ के गोमती नगर में भी मुन्ना के कई प्लाट हैं। साथ ही मुन्ना एक विद्यालय भी चला रहा है। मुन्ना शुक्ला बाराबंकी के मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र के ग्राम क्योटली का निवासी है और इसके लखनऊ के गोमती नगर में घर और कई प्लॉट हैं।
सीबीआई के अधिकारियों ने बैंक में कर्मचारी विजय कुमार गुप्ता और मुन्ना से काफी देर तक पूछताछ की और उसकी संपत्तियों की पड़ताल की। पूछताछ में बैंक में फर्जी लोन के भी कई मामले सामने आए हैं।
फर्जी लोन पर बाराबंकी में रामनगर थाना क्षेत्र के बतनेरा गांव के निवासी राजेन्द्र गुप्ता पुत्र सत्यनारायण गुप्ता के नाम पर 25 लाख की केसीसी बनवा कर पैसे हड़पने का भी आरोप है। आरोप है कि मिलीभगत करके इन्होंने अपने बैंक से उस जमीन पर भी लोन करवा दिया है, जो अब नदी में डूब चुकी है। इन्हीं शिकायतों पर आज सीबीआई की टीम ने बैंक के साथ ही मुन्ना के लखनऊ से लेकर उसके गांव तक के सभी घरों में ताबड़तोड़ छापेमारी की है।
बता दें, छापेमारी के दौरान सीबीआई के अधिकारियों ने नोटबंदी के दौरान बैंक में किए गए सभी लेनदेन के दस्तावेजों को खंगाले। अब ऐसे में अगर यह तमाम आरोप सही पाए गए, तो इसमें नोटबंदी का बड़ा घोटाला भी सामने आ सकता है। हालांकि जांच पड़ताल के बाद टीम ने फील्ड ऑफिसर विजय कुमार गुप्ता और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी मुन्ना शुक्ला गिरफ्तार कर लिया है। कल सुबह सीबीआई न्यायालय में पेश किया जाएगा। उसी के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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