Bareilly Conclave: उमेश गौतम, घनश्याम खंडेलवाल, अनिल अग्रवाल, धर्मेंद्र गुप्ता इत्यादि उद्यमियों ने इस अधिवेशन में अपने संघर्षों की कहानी बताई। उद्यमियों ने बताया कि कैसे उन्होंने दुनिया से लड़कर सफलता पाई। उन्होंने बताया कि कैसे कानून के दायरे में रहकर आगे बढ़ा। कानून के दायरे में रहकर एक बड़ी सफलता पाई जा सकती है। बरेली के मेयर उमेश गौतम ने बताया कि बीजेपी लगतार विकास का काम कर रही है। लगभग विकास के सारे काम पूरे हो गए हैं। बाकी के बचे कामों को आने वाले एक साल में पूरा कर लिया है। उन्होंने बताया कि सड़कों का विकास किया गया। लाईट लगाई गई। बरेली की सड़कों पर 75000 लाईट जल रही है। विगत 5 सालों में 45 हजार लाईट लगाने का किया गया।
बिल्डर धर्मेंद्र गुप्ता ने कहा कि विकास के लिए इच्छा शक्ति की आवश्यकता। पैसे से विकास संभव नहीं। अल्प आयवर्ग के लिए आवास बनाने का काम किया है। 500 मकानों को हैंडओवर गए है। घनश्याम जी ने बताया कि खाद्य पदार्थों को दूसरे देश तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। हाईजिन के हिसाब से एक इंडस्ट्री बनाने का काम किया है।
वहीं इस कार्यक्रम में सतीश महाना ने कहा कि देश को चलाने के लिए संविधान धर्मग्रंथ। स्पीकर का पद सभी के लिए बराबर है। उन्होंने कहा कि सरकार का अधिकार है कि अच्छा काम करे। विपक्ष का काम साकारात्मक आलोचना करे। उन्होंने कहा कि बात करना सही लेकिन अभद्र बात करने का अधिकार नहीं। स्पीकर की जिम्मेदारी सभी को बराबर देखना होता है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि मेरे लिए सारे विधायक बराबर हैं।
बार बार सदन में हो रहे बवाल को लेकर उन्होने कहा कि सभी सदस्यों को देखती है जनता। विधान सभा में विधायक उठाएं जनता का सवाल। उन्होंने कहा कि 1 साल में विधानसभा मे हो रही अच्छी डिबेट विधायकों की बढ़ी उपस्थिति।विधायकों को खराब का कहना गलत होगा। टेलिविजन को लेकर उन्होंने कहा कि टीवी भी दिखाए पॉजिटिव खबरें। अपने पास के अधिकारियों को लेकर कहा कि मेरे पास 85 लोग लॉ से जुड़े, 15 लोग पीएचडी होल्डर हैं। 4 सत्र में सिर्फ 36 मिनट स्थगित हुआ विधान हाउस। विधायकों के सदन में फोन के प्रयोग को लेकर कहा कि सत्र के दौरान विधायक नही करते फोन का इस्तेमाल।