India News (इंडिया न्यूज़),Censor Board: केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड CBFC ने एक महत्वपूर्ण पहल में हिंदी में डब की गई क्षेत्रीय फिल्मों को क्षेत्रीय कार्यालय से प्रमाणित करने की अनुमति दी है, जहां मूल भाषा की फिल्म को सेंसर प्रमाणपत्र जारी किया था।
सीबीएफसी जिसे आम भाषा में सेंसर बोर्ड भी कहा जाता है, पर हाल के दिनों में फिल्मों और इनके ट्रेलर को सेंसर सर्टिफिकेट देने में मनमानी करने के तमाम आरोप लगे जा रहे है। शनिवार को ही हिंदी फिल्म ‘मंडली’ के निर्देशक राकेश चतुर्वेदी ओम ने मुंबई स्थित सेंसर बोर्ड के अधिकारियों पर अपना उत्पीड़न करने और सेंसर बोर्ड के दफ्तर जाने पर अपमानित करने का आरोप लगाया।
बता दें कि हिंदी में डब की गई सभी क्षेत्रीय भाषा की फिल्मों को रिलीज करने से पहले मुंबई प्रधान कार्यालय से प्रमाणित होना चाहिए। सीईओ भाकर ने कहा कि ये कदम 20 अप्रैल, 2024 तक छह महीने के लिए पायलट आधार पर लागू किया जाएगा, जब सीबीएफसी मामले में अंतिम निर्णय लेने से पहले क्षेत्रीय कार्यालयों में भाषा विशेषज्ञता, कार्यभार पर प्रभाव और अन्य पहलुओं पर भी निगरानी करेगा।
सिन्हा ने कहा, हमने प्रमाणन प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने के लिए सीबीएफसी के साथ सक्रिय रूप से काम किया है और इस फैसले से क्षेत्रीय फिल्म निर्माताओं को महत्वपूर्ण राहत मिलेगी, उनका बोझ कम होगा, देरी से बचा जा सकेगा और मुंबई में अपनी फिल्मों के हिंदी संस्करणों को प्रमाणित करने के लिए भारी शुल्क का भुगतान करना पड़ेगा।
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