इंडिया न्यूज, पटना (Bihar Political Crisis)। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए में टूट के बाद से बिहार भाजपा के नेता और कार्यकर्ता नीतीश कुमार के खिलाफ गुस्से में हैं। फलस्वरूप बिहार बीजेपी ने सियासी उलटफेर के विरोध में आज 11 बजे महाधरना देने की घोषणा की है। बदलते राजनीतिक परिपेक्ष्य में नीतीश कुमार का आरजेडी के साथ मिलकर सरकार बनाने की घोषणा के बाद से ही बिहार बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने नीतीश के फैसले के विरोध में गुस्से का इजहार करना शुरू कर दिया था।
आज भाजपा ने प्रदेश कार्यालय के सामने महाधरना का आयोजन किया है। इसमें पार्टी के सभी प्रमुख नेता मौजूद रहेंगे। ये सभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विरोध में नारेबाजी करेंगे। इसके बाद 12 अगस्त को सभी जिला मुख्यालयों पर इसी तरह का धरना-प्रदर्शन होगा, जिसमें जिला से लेकर राज्य स्तरीय नेता शामिल होंगे। इसके बाद 13 अगस्त को सभी प्रखंड मुख्यालयों पर सरकार विरोधी धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया जाएगा। बीजेपी इस तरह की सरकार विरोधी गतिविधि निरंतर जारी रखेगी।
महागठबंधन के नेता के तौर पर नीतीश कुमार दूसरी बार सीएम बनेंगे। नीतीश कुमार कुल 8वीं बार सीएम पद की शपथ लेने जा रहे हैं। पहली बार 3 मार्च 2000 को सीएम की शपथ ली थी। हालांकि वह सरकार 7 दिन ही चल पाई। उसके बाद नीतीश 24 नवंबर 2005 को सीएम पद की शपथ ली थी और 20 मई 2014 से लेकर 22 फरवरी 2015 की अवधि को छोड़ दें नीतीश लगातार बिहार के सीएम रहे हैं। केवल 278 दिन जीतनराम मांझी सीएम बने थे।
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