नदियों से होने वाले उपखनिज की रॉयल्टी की दरों में हो रहे बढ़ेत्तरी से खनन के कारोबारी नाराज है। इस बढ़ोत्तरी के चलते खनन कारोबारियों ने विरोध प्रदर्शन करके नारेबाजी की।
Champawat News: मामला उत्तराखंड के चंपावत जिले का है। जहां शुक्रवार को नदियों से होने वाले उपखनिज की रॉयल्टी की दरों में बढ़ोत्तरी के कारण खनन कारोबारी नाराजी जाहिर करते हुए जिले के चल्थी क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन कर नारेबाजी की। साथ ही, चल्थी क्षेत्र में जुलूस निकाला। बता दें, रॉयल्टी की बढ़ी हुई दरों से खनन कारोबारी काफी आक्रोश में नजर आए।
खनन कारोबारी नेता रवि बोहरा के नेतृत्व में चल्थी में सैकड़ों खनन करोबारियों ने प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी करते हुए विरोध जताया, साथ ही, इसे तुगलकी फैसला बताया। करोबारियों का कहना है कि, एक राज्य एक रॉयल्टी लागू होने से पहाड़ी क्षेत्र में खनन कारोबारियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
चंपावत जिले के चल्थी क्षेत्र में लद्यिया नदी से खनन होता है। वहीं, बीते दिनों सरकार की ओर से 18 जनवरी को पहाड़ और मैदान में खनन रॉयल्टी को एक समान किया है। जिसमें सरकार की ओर से 3 रूपये से बढ़ाकर 7 रूपये कर दिया है। इससे पहले मैदान में 7 रूपये और पहाड़ में 3 रूपये होती थी। एक राज्य एक रॉयल्टी लागू होने से पहाड़ में भी अब 7 रूपये रॉयल्टीकर दी गयी है। जिससे पहाड़ी क्षेत्र के खनन कारोबारियों को काफी नुकसान होगा।
बता दें, जिले के चल्थी, टनकपुर एवं घाट क्षेत्र से खनन होता है। जिसमें जिलेभर में पिछले वर्ष 2021-22 में 931770 घन मीटर उप खनिज निकासी हुई है। खनन कारोबारियों ने रॉयल्टी की दरों में संशोधन न होने पर आन्दोलन की चेतावनी दी है।
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