अजीत मैंदोला, नई दिल्ली।
Congress’s Game Spoiled in the Uttrakhand : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उत्तराखण्ड दौरे ने बीजेपी की उम्मीदें जगा दी हैं। हालांकि कांग्रेस ने प्रचार के अंतिम दौर में पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से भी रैलियां करा माहौल बनाने की कोशिश की, लेकिन मोदी और योगी जैसा असर नहीं डाल सके। (Congress’s Game Spoiled in the Uttrakhand)
जानकार बताते हैं कि उत्तराखंड में मोदी-योगी का मेल चलने लगा है। जबकि कांग्रेस का खेल बिगड़ता हुआ दिख रहा है। हालांकि 10 मार्च को साफ होगा कि कौन नेता ज्यादा असर डालने में कामयाब रहा।
उत्तराखण्ड का पूरा चुनाव इस बार बहुत उतार चढ़ाव वाला रहा।शुरू में लगा कि कांग्रेस रेस में बहुत आगे चल रही है, लेकिन प्रचार ने जैसे-जैसे गति पकड़ी बीजेपी ने मुकाबले को बराबरी में ला दिया। हालांकि इसमें कांग्रेस की तरफ से हुई कथित गलतियों ने बड़ी भूमिका निभाई। बाकी रही सही कसर मोदी और योगी ने रैलियां कर पूरी कर दी। (Congress’s Game Spoiled in the Uttrakhand)
हालांकि कांग्रेसी मान रहे थे कि रैलियों पर प्रतिबंध के चलते यदि प्रधानमंत्री मोदी की रैलियां नही होती तो उन्हें लाभ मिलता। प्रधानमंत्री मोदी का उत्तराखंड में खास तौर पर महिला वोटरों में बहुत असर है। वह अभी भी बहुत लोकप्रिय हैं। चुनाव आयोग की तरफ से रैलियों पर छूट के बाद बीजेपी को प्रधानमंत्री मोदी की रैलियां कराने का मौका मिल गया।
बीजेपी ने उत्तराखंड में इस बार अपने बड़े-बड़े दिग्गजों को प्रचार के लिये मैदान में उतार पूरी ताकत पहले ही झोंकी हुई थी। एक-एक सीट पर दिग्गजों को लगाया गया था। लेकिन प्रचार के अंतिम दौर में कमजोर समझी जा रही सीटों पर मोदी ओर योगी ने प्रचार कर उन्हें बराबरी में ला दिया। (Congress’s Game Spoiled in the Uttrakhand)
14 फरवरी को वोटर किसे वोट डालता है उस पर नजर रहेगी। कांग्रेस ने उत्तराखंड की लड़ाई को अपने आप ही कमजोर बनाया। आपसी खींचतान, टिकट बंटवारे में झगड़े। नेताओं में तालमेल का अभाव कांग्रेस को महंगा पड़ सकता है। नेता मान बैठे कि आसानी से सरकार बन रही है। इसलिये कुर्सी के लिये पहले ही लॉबिंग शुरू हो गई। बीजेपी ने कांग्रेस की इन कमजोरियों का फायदा उठा अपनी पूरी रणनीति बदल दी।
इस बीच आम आदमी पार्टी ने भी प्रचार के अंतिम दौर में ताकत लगा कांग्रेस का ही संकट बढ़ाया। बीजेपी ने अपनी कमजोर समझे जाने वाली सीटों दिग्गज़ों को प्रचार के लिये मैदान में उतार दिया।दर्जन भर केंद्रीय मंत्री,मुख्यमंत्री पहाड़ की हर सीट पर गए और पार्टी के लिये माहौल बनाया।कांग्रेसी नेता भी मानते हैं कि प्रचार में बीजेपी बाद में बहुत आगे निकल गई। कांग्रेस के लिये चिंता का सबब बने प्रधानमंत्री मोदी और योगी। (Congress’s Game Spoiled in the Uttrakhand)
बीजेपी ने गढ़वाल और कुमाऊँ में प्रधानमंत्री मोदी की प्रचार के अंतिम दौर में रैली करवा माहौल बदलने की कोशिश की। प्रधानमंत्री मोदी का उत्तराखण्ड में अभी भी असर है। रैलियों की शुरुआत मोदी लोकल बोली में कर इलाके के देवीदेवताओं की बात कर प्रभाव छोड़ते हैं।
जानकार भी मानते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी की रैली से एक दो प्रतिशत वोट पर असर पड़ता है। जो प्रभाव में आ बीजेपी को वोट करता है।कांग्रेस इसी बात से आशंकित है कि मोदी की रैलियों से बीजेपी का वोट प्रतिशत बढ़ा तो फिर परेशानी खड़ी हो सकती है। इस बीच योगी ने भी प्रचार के अंतिम दिन टिहरी और कोटद्वार में प्रचार से कमजोर समझे जा रहे प्रत्यशियों को संजीवनी दे गए। (Congress’s Game Spoiled in the Uttrakhand)
योगी कोटद्वार में ही पढ़े लिखे हैं। उन्होंने वहीं की बात कर आमजन को प्रभावित किया ।हालांकि कांग्रेस ने भी मोदी की रैलियों के जवाब में प्रियंका गांधी की सभाएं कर माहौल बनाने की कोशिश की है। इस बार प्रियंका ने यूपी के साथ उत्तराखंड में भी बराबर दौरे किये। कांग्रेस के स्टार प्रचारकों में राहुल के साथ प्रियंका ही प्रमुख चेहरा थीं। मध्यप्रदेश के दो नेताओं की भी खूब चर्चा रही।
(Congress’s Game Spoiled in the Uttrakhand)