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बहन की चिता पर लेटकर चचेरे भाई ने दी जान, 430 किमी बाइक चलाकर पहुंचा था घर

• LAST UPDATED : June 13, 2022

इंडिया न्यूज, Madhya Pradesh News : मध्यप्रदेश के सागर के नजदीक मझगुवां गांव में दिल को झकदोर देने वाली घटना सामने आई। यहां बहन के कुएं में गिरने से मौत के बाद करीब 430 किमी बाइक चलाकर चचेरा भाई गांव पहुंचा। यहां उसने बहन की चिता पर लेटकर खुद जान दे दी। बाद में बहन की चिता के पास उसका अंतिम संस्कार किया गया। यह घटना पूरे प्रदेश में धीरे-धीरे वायरल हो रही है।

खेत पर सब्जी लेने गई थी ज्योति

ज्योति उर्फ प्रीति (21) के बड़े भाई शेरसिंह ठाकुर ने बताया कि खेत पर सब्जियां लगी हैं। ज्योति शाम को सब्जियां लेने के लिए गई थी लेकिन देर तक घर नहीं लौटी। परिजनों ने सोचा ज्योति सहेली के घर गई होगी। देर रात तक घर न आने पर उसकी तलाश शुरू हुई लेकिन उसका कुछ पता नहीं लगा।

कुएं में गिरने से हुई ज्योति की मौत

सुबह नौ बजे ज्योति के पिता भोले सिंह खेत गए। उन्हें लगा कहीं ज्योति कुएं में न गिर गई हो। उन्होंने कुएं में मोटर लगाकर पानी खाली कराया। दो घंटे बाद 11 बजे कुएं में ज्योति के कपड़े दिखाई देने पर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने ज्योति का शव कुएं से बाहर निकाला और पीएम के लिए भेजा। ज्योति मरने की खबर धार में रह रहे चचेरे भाई करण ठाकुर (18) को लगी तो वह बाइक से सागर के लिए निकल पड़ा।

शुक्रवार शाम कर दिया अंतिम संस्कार

बहेरिया थाना प्रभारी दिव्य प्रकाश त्रिपाठी ने बताया पोस्टमॉर्टम के बाद ज्योति का शव परिजनों को सौंप दिया। परिजनों ने शुक्रवार शाम को गांव के पास ही उसका अंतिम संस्कार किया। ज्योति के बड़े भाई शेर सिंह ने बताया अंतिम संस्कार के बाद परिजन घर आ गए।

चिता के पास झुलसा मिला करण

शनिवार सुबह 11 बजे गांव के ही कुछ लोगों ने बताया कि ज्योति की चिता के पास उसका भाई आग में झुलसा पड़ा देखा। करण धार से अक्सर मझगुवां गांव आया-जाया करता था। इसलिए गांव के कुछ लोग भी करण को जानते थे।

अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ा

करण के झुलसने की सूचना पिता उदय सिंह को दी। उन्होंने बताया करण शुक्रवार शाम को ही बहन की मौत की सूचना पर सागर के लिए बाइक से निकल गया था। शेर सिंह ने बताया कि करण शनिवार सुबह सात से नौ बजे के बीच श्मशान पहुंचा होगा और बहन की जलती चिता पर लेट गया। अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई।

मां-बाप के आने के बाद अंतिम संस्कार

शनिवार दोपहर में करण की मौत के बाद उसका शव पीएम के लिए भेजा गया। मां-बाप धार से सागर नहीं पहुंच पाए थे। रात में मां-बाप मझगुवां गांव पहुंचे। उनकी मौजूदगी में रविवार सुबह बहन ज्योति की चिता के पास भी करण का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

दोनों मामलों की जा रही जांच 

थानाध्यक्ष दिव्य प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि 21 साल की ज्योति उर्फ प्रीति कुएं में गिरने से मौत हो गई जबकि उसके चचेरे भाई ने बहन की जलती चिता पर लेटकर जान दे दी। इन दोनों मामलों की जांच की जा रही है।

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