Deoria News: देवरिया में धान क्रय में भारी घपलेबाजी की गई है। मामले की जांच कर UPSS के जिला प्रबंधक और 6 क्रय केंद्र प्रभारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इस मामले में दोषियों के खिलाफ पुलिस ने केस भी दर्ज किया है। डीएम के अनुसार जनपद में 9 लाख क्विंटल धान की करीद की जा चुकी है। जिन लोगों पर एक्शन हुआ है उनमें 6 क्रय केंद्र बेलवा, बंजरिया, रुस्तमपुर, परसिया छितनी, स्वीकृतपुरा और नारायणपुर औराई के प्रभारी शामिल हैं।
जानकारी हो कि पिछले सप्ताह ऑनलाइन सत्यापन में एक क्रय केंद्र में धान के स्टॉक में अनियमितता पायी गयी थी। इसके बाद 54 क्रय केंद्र की भी जांच की गई। सामने आया कि लगभग 16 हजार क्विंटल धान गायब है। इसके बाद तुरंत ही चार क्रय केंद्र प्रभारियों पर केस दर्ज करा दिया गया था।
साथ ही उत्तर प्रदेश खाद्य एवं रसद विभाग की सचिव ने मामले को गंभीरता से लिया और जांच टीम को देवरिया भेजा। टीम ने जनपद के विभिन्न क्रय केंद्रों की स्टॉक सत्यापन किया तो भारी खेल उजागर हुआ। 6 क्रय केंद्रों के स्टॉक सत्यापन में कुल बीस हजार क्विंटल धान गायब मिला, जिसके बाद निलंबन के लिए शासन को सिफारिश की गई।
जिम्मेदरों पर एक्शन लेते हुए 6 क्रय केंद्र बेलवा, बंजरिया, रुस्तमपुर, परसिया छितनी, स्वीकृतपुरा और नारायणपुर औराई के प्रभारी निलंबित किए गए। भाटपाररानी एवं लार क्रय केंद्र प्रभारी के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जा रही है। साथ ही UPSS यूपी उपभोक्ता सहकारी संघ के जिला प्रबंधक राम किंकर शुक्ला को भी निलंबित किया गया है।
देवरिया के जिलाधिकारी ने इस मामले पर अपनी बात रखी है। उन्होने बताया कि पिछले सप्ताह हम लोगों ने धान खरीद कर सत्यापन कराया था क्रय नीति के अनुसार जैसा कि शासन का निर्देश है कि सुचिता और पारदर्शिता का पालन किया जाए, किसानों से क्रय किया जाए और बिचौलियों को किसी भी हालत में छूट न दी जाए। इस क्रम में जनपद में अभी तक 9 लाख क्विंटल से अधिक का धान क्रय हो चुका है और 15 हज़ार से अधिक किसानों को हम लोग लाभ दे चुके हैं।
जिलाधिकारी का कहना है कि जांच में लगभग 20 हज़ार क्विंटल धान ऐसा पाया गया जो केंद्र प्रभारियों ने रिपोर्ट किया परंतु सत्यापन किया गया तो उनके पास गोदाम में नहीं मिला। मामले को गंभीरता से लिया गया। अभी तक 10 धान क्रय केंद्रों के खिलाफ कार्रवाई की गई है जिसमें चार एफआईआर रुद्रपुर में भलवानी में खामपार में रामपुर कारखाना में हो चुकी हैं। गौरतलब है कि 6 केंद्र प्रभारियों को निलंबित किया गया है। बाकियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सिफारिश की गई।
ये भी पढ़ें- Mauni Amavasya : प्रयागराज में 20 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डूबकी