India News(इंडिया न्यूज़), Divya Pahuja Murder Case: गैंगस्टर संदीप गाडोली ने दिव्या पाहुजा की हत्या की थी। अब हत्या के 11 दिन बाद दिव्या पाहुजा के शव को सिंधाबाद जिले के टोहाना इलाके में गांव भाखड़ा नदी के पास बरामद किया गया है। दिव्या पाहुजा के शव को ढूंढने के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही थी। पुलिस के मुताबिक आरोपी बलराज गिल और रवि बाना दिव्या की लाश को बीएमडब्ल्यू कार में गुड़गांव से ले गए थे। कार प्लाजा में बस स्टैंप के पास मिली। दिव्या का शव कार में नहीं था।
पुलिस को आशंका थी कि शव को भाखड़ा नहर में फेंका गया है। इसलिए, गुरुग्राम क्राइम ब्रांच पुलिस और एनडीआरएफ की टीमों ने मिलकर यह सर्च ऑपरेशन शुरू किया। दिव्या की हत्या के 11 दिन बाद शनिवार को दिव्या का सिर टोहाना के गांव कुड़नी के पास भाखड़ा नहर से बरामद किया गया है।
जानकारी के मुताबिक आरोपी बलदेव ने दिव्या पाहुजा जो की 27 साल की थी, उसकी हत्या कर उसके लाश को ठिकाने लगा दिया था। बता दे कि दिव्या का शव गुड़गांव के बस स्टैंड के पास स्थित सिटी प्वाइंट होटल से ठिकाने लगाया गया था। शव को होटल से कुछ दूरी पर ले जाया गया और बीएमडब्ल्यू कार में रख दिया गया। दिव्या पाहुजा की हत्या के संबंध में उनकी बहन ने थाना सेक्टर-14 में शिकायत दर्ज कराई थी। इनाम घोषित होने के दो दिन बाद आंतरिक पुलिस ने आरोपी बलराज गिल को बंगाल में एयरपोर्ट के पास से गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ के आधार पर पुलिस ने शनिवार को जाखल जिले में पास की नहर से दिव्या पाहुजा का शव बरामद किया। 2 जनवरी की रात बलराज गिल और रवि बंगा बीएमडब्ल्यू कार में दिव्या का शव लेकर भाग गए थे और उन्होंने उसके शव को पटियाला के पास भाखड़ा नहर में फेंक दिया था। हत्या के आरोपी होटल मालिक अभिजीत ने दिव्या के शव को ठिकाने लगाने के लिए बलराज गिल और रवि बंगा को 10 लाख रुपये दिए थे।
एसीपी क्राइम वरुण दहिया ने बताया कि पुलिस ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए दिव्या के शव को बरामद कर लिया है। अब बलराज गिल से पूछताछ में और भी तथ्य सामने आने की उम्मीद है। बलराज गिल और रवि बाना ने दिव्या के शव को नहर में फेंक दिया। वहां से दोनों अपने-अपने रास्ते चले गए।
बलराज गिल विदेश भागने की प्लान बना रहा था। पुलिस ने दिव्या हत्याकांड के मुख्य आरोपी अभिजीत के एक अन्य सहयोगी को भी गुड़गांव से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी प्रवेश ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसे हथियार रखने का शौक था। अवैध हथियार उसे मुख्य आरोपी अभिजीत ने दिए थे। पुलिस टीम द्वारा जब्त किया गया एक पिस्टल और जिंदा कारतूस को भी दिल्ली से बरामद किया गया है।
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